शिवहर शहर में घुसा बाढ़ का पानी, बेलवा में टूटा डैम सुरक्षात्मक तटबंध
शिवहर शहर का पूर्वी भाग से संपर्क भंग बेलवा डैम का सुरक्षात्मक तटबंध 15 मीटर में टूटा नए इलाकों में फैला बाढ़ का पान बागमती नदी का पानी पुरानी धार में मिलकर मचा रहा तबाही डीएम ने अधिकारियों के साथ किया बेलवा का निरीक्षण।
शिवहर, जासं। बागमती नदी में आए उफान की वजह से शनिवार की अलसुबह पिपराही प्रखंड के बेलवा में निर्माणाधीन डैम का सुरक्षा तटबंध टूटने के बाद बाढ़ का पानी बागमती पुरानी धार में मिलकर नए इलाकों में तेजी से फैल रहा है। बाढ़ के पानी के दबाव से शिवहर शहर से सटा हाईवे का लक्ष्मीपुर डायवर्सन बह गया है। वहीं लचका पुल पर पांच फीट पानी का बहाव जारी है। बाढ़ का पानी शिवहर शहर में फैलने लगा है। डीएम आवास के सामने स्थित प्रशासनिक कालोनी में भी बाढ़ का पानी घुस गया है।
शहर के निचने इलाकों में बाढ़ के पानी का तेजी से फैलाव जारी है। लचका पुल पर पानी का बहाव जारी रहने और लक्ष्मीपुर डायवर्सन के बह जाने के बाद शिवहर का पिपराही और देकुली-धर्मपुर से सड़क संर्पक भंग हो गया है। बाढ़ का पानी पिपराही के अलावा तरियानी और पुरनहिया के इलाकों में तेजी से फैल रहा है। इधर, डैम सुरक्षा तटबंध टूटने के बाद डीएम सज्जन राजशेखर ने अधिकारियों की टीम के साथ बेलवा का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। साथ ही जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता विमल कुमार को अविलंब स्थिति पर नियंत्रण के लिए निर्देश दिया। उधर, बाढ़ के पानी के लगातार फैलने के बाद हजारों एकड़ में लगी फसलें भी डूब गई है। इलाके के लोगों में दहशत है। लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे है। एसडीआरएफ और प्रशासनिक टीम एक्शन मोड में है। प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों से उंचे स्थानों की ओर जाने की अपील की गई है। इधर, बेलवा में सुरक्षा तटबंध टूटने के बाद जहां लाखों का नुकसान हुआ है। वहीं किसानों की उम्मीदों को झटका लगा है। डैम का निर्माण कार्य अंतिम चरण में था। बागमती नदी के पानी को खेतों तक पहुंचाने और बाढ़ से बचाव के लिए कुन 119 करोड़ की लागत से डैम का निर्माण कार्य चल रहा था। उधर, शिवहर चंपारण स्टेट हाईवे संख्या 54 के बेलवा समेत कई स्थानों पर सड़क पर दस फीट से अधिक पानी का बहाव जारी है। इसके चलते शिवहर का चंपारण से सड़क संपर्क भंग है।
एनएच 104 के डुब्बाघाट के पास भी बागमती दो स्थानों पर पांच फीट पानी का बहाव जारी है। बुनियादगंज में मनुषमारा नदी के पानी का तेज बहाव जारी रहने से सीतामढ़ी से भी सड़क संपर्क भंग हो गया है। उधर, नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। इसके चलते तटबंध पर दबाव बढ़ गया है। लगातार चौथे दिन बागमती नदी खतरे के निशान से उपर बहती रही। पिछले 12 घंटे के भीतर नदी के जलस्तर में 0.6 सेमी की वृद्धि दर्ज हुई है। वर्तमान में नदी खतरे के निशान से 1.44 मीटर उपर बह रही है। डुब्बाघाट स्थित रेनगेज पर शनिवार की सुबह बागमती नदी का जलस्तर 62.75 मीटर दर्ज किया गया। यह इस साल बागमती नदी के जलस्तर का सर्वोच्च स्तर है।