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पहले कोरोना की वजह से लाॅकडाउन और अब महंगाई ने लोगों को 'मार डाला'

पेट्रोल-डीजल की कीमत वृद्धि से उपभोक्ताओं को लग रही चपत। माल ढुलाई और यात्री किराये में 20 फीसद की बढ़ोतरी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 09:43 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 09:43 AM (IST)
पहले कोरोना की वजह से लाॅकडाउन और अब महंगाई ने लोगों को 'मार डाला'
पहले कोरोना की वजह से लाॅकडाउन और अब महंगाई ने लोगों को 'मार डाला'

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार जारी वृद्धि से अब महंगाई ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। इसका सीधा असर उद्योग, कारोबार और परिवहन व्यवस्था पर दिख रहा है। लगातार कीमत बढऩे के चलते माल ढुलाई और यात्री किराये में बीस फीसद की वृद्धि हुई है। माल ढुलाई का दर बढऩे का असर बालू, गिट्टी, सरिया, कपड़ा, अनाज व तेल समेत उपभोक्ता और खाद्य सामग्री पर भी पड़ा है। इससे उपभोक्ताओं को चपत लग रही है। जिले में पिछले 18 दिनों में पेट्रोल में 6.80 व डीजल 7.69 रुपये की वृद्धि हुई है। लगातार कीमतें बढऩे के चलते उद्योग और कारोबार प्रभावित हो रहा है। वहीं परिवहन सेवा पर भी असर पड़ रहा है।

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माल भाड़े में हुई वृद्धि

माल-भाड़े में स्थानीय स्तर पर 20 फीसद की वृद्धि हुई है। लगातार बढ़ रही कीमत के चलते ट्रांसपोर्ट कंपनियां माल ढुलाई का किराया बढ़ाने को विवश हुई है। ट्रांसपोर्टर नवीन सिंह ने बताया कि पेट्रोल-डीजल की कीमत बढऩे के चलते माल ढुलाई में 20 फीसद वृद्धि हुई है। ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह के अनुसार लॉकडाउन के दौरान ट्रांसपोर्ट सेक्टर को भारी घाटा उठाना पड़ा था। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के चलते ट्रांसपोर्टरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। उधर, बस और टेंपो चालक अधिक किराया वसूल रहे हैं। विभिन्न रूट में यात्री किराया में 20 फीसद वृद्धि हुई है।

उपभोक्ताओं को देनी पड़ रही अधिक कीमत

माल भाड़े में वृद्धि का सीधा असर खुदरा बाजार में दिख रहा है। उपभोक्ताओं को अधिक कीमत देनी पड़ रही है। थोक बाजार में महंगाई है हीं, खुदरा बाजार में भी ग्राफ तेजी से बढ़ा है। भवन निर्माण, अनाज समेत खाद्य सामग्री, कपड़ा, आलू-प्याज और फल की कीमतों में जबरदस्त वृद्धि हुई है। रेडीमेड वस्त्र की कीमत में दस फीसद की वृद्धि हुई है।

सब्जी की कीमत में बेतहाशा वृद्धि

माल ढुलाई का असर से सब्जी की कीमत में बेतहाशा वृद्धि हुई है। छह जून को पांच रुपये प्रति किलो की दर से बिकने वाली टमाटर अब 20 से 25 रुपये किलो है। अरुई की कीमत बढ़ कर 20 से 25 रुपये हो गई है। पांच रुपये प्रति किलो बिकने वाली करैला की कीमत दस रुपये प्रति किलो हो गई है। आलू 15 रुपये से बढ़ कर 28 रुपये और प्याज 15-16 रुपये से बढ़ कर 19-20 रुपये प्रति किलो बिक रही है।

सामग्री की इस तरह बढ़ी कीमत

सामग्री कीमत (6 जून) वर्तमान कीमत

बालू 6000 प्रति टेलर : 7500 प्रति टेलर

गिट्टी 7000 प्रति टेलर : 9000 प्रति टेलर

चावल 3100 से 3300 प्रति क्विंटल : 3300 से 3500 प्रति क्विंटल

सरसो तेल : 101 : 118

रिफाइन : 100 :110

आलू : 1500 प्रति क्विंटल : 2800 प्रति क्विंटल

प्याज : 1200 से 1500 : 1700 से 2000 प्रति क्विंटल

सेव : 100 रुपये किलो : 110 रुपये किलो

बेदाना : 80 रुपये किलो : 110 रुपये किलो

केला : 30 रुपये दर्जन : 40 रुपये दर्जन

विभिन्न दाल : 6000 से 9200 प्रति क्विंटल : 6500 से 11000 प्रति क्विंटल 


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