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बाबा गरीबनाथ मंदिर से कृषि विवि भेजी गई फूल-बेलपत्र की पहली खेप

बाबा गरीबनाथ मंदिर से फूल-बेलपत्र सहित केले के थम आदि की पहली खेप सोमवार को डॉ.राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा के लिए भेजी गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 02:34 AM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 06:32 AM (IST)
बाबा गरीबनाथ मंदिर से कृषि विवि भेजी गई फूल-बेलपत्र की पहली खेप
बाबा गरीबनाथ मंदिर से कृषि विवि भेजी गई फूल-बेलपत्र की पहली खेप

मुजफ्फरपुर। बाबा गरीबनाथ मंदिर से फूल-बेलपत्र सहित केले के थम आदि की पहली खेप सोमवार को डॉ.राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा के लिए भेजी गई। मंदिर प्रशासक पंडित विनय पाठक, न्यास समिति सचिव एनके सिन्हा, कोषाध्यक्ष पुरेंद्र प्रसाद, सदस्य एपी शुक्ला, वार्ड पार्षद संजय केजड़ीवाल व कृषि विवि के वीसी रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने इसे झंडी दिखाकर रवाना किया। वीसी ने बताया कि पिछले 40 वर्षो से उनका इस शहर में आना-जाना रहा है। बाबा के प्रति असीम आस्था है। यहा से निकलने वाले फूल-बेलपत्र आदि का सदुपयोग करते हुए उन्हें काफी प्रसन्नता हो रही है। विवि प्रबंधन और मंदिर न्यास समिति के प्रयास से यह कार्य पूरा हुआ। जल्द ही यथासंभव शहर के सभी छोटे-बड़े मंदिरों को भी इस मिशन से जोड़ा जाएगा।

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समिति सचिव एनके सिन्हा ने बताया कि अब बाबा गरीबनाथ को चढ़े फूल-बेलपत्र और सत्यनारायण पूजन में उपयोग में लाए गए केला के थम जहां-तहां फेंके नहीं जाएंगे। इनसे खाद बनाई जाएगी। मंदिर न्यास समिति और डॉ.राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि के बीच करार के तहत यहां से फूल-बेलपत्र की पहली खेप कृषि विवि भेजी जा रही है। फिलहाल, सप्ताह में दो दिन का शेड्यूल रखा गया है। बाद में इसे प्रतिदिन किया जाएगा। विवि में केंचुए और दवा की सहायता से खाद तैयार की जाएगी। पांच व दस किलो के बैग में इसकी पैकिंग होगी। बैग के एक तरफ 'बाबा गरीबनाथ को चढ़े फूल-बेलपत्र से बनी खाद' और दूसरी तरफ ' डॉ.राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि के सौजन्य से निर्मित खाद' लिखा होगा। यहां से फूल-बेलपत्र ले जाने का खर्च भी विवि स्वयं वहन करेगा।


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