सीतामढ़ी में सरेशाम अधिवक्ता को मारी गोली, अपराधियों ने घटना को ऐसे दिया अंजाम
सीतामढ़ी के डुमरा की घटना। पूर्व मंत्री देवेशचन्द्र ठाकुर के आवास के समीप बदमाशों ने अधिवक्ता को मारी गोली।
सीतामढ़ी, जेएनएन। जिला मुख्यालय डुमरा में अपराधियों ने मंगलवार शाम एक अधिवक्ता को गोली मार दी। शंकर चौक से कुमार चौक को जाने वाली रोड में संतोषी माता मंदिर के समीप बाइक सवार बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया। अपराधियों की गोली से जख्मी अधिवक्ता राजेश रंजन झा उर्फ मणि झा को गंभीर हालत में शहर के रिंगबांध स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। अधिवक्ता पर गोलीबारी की घटना के साथ ही मुख्यालय में सनसनी फैल गई।
घायल अधिवक्ता अपराधियों के मुकदमे ज्यादातर लड़ा करते हैं। वर्ष 2018 में सीतामढ़ी कोर्ट कैंपस में नॉर्थ बिहार आर्मी लिब्रेशन के चीफ संतोष झा की हत्या के बाद गैंगस्टर मुकेश पाठक का भी केस लड़ते रहे हैं। कलेक्ट्रेट के ठीक बगल में हुई इस घटना के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई। अधिवक्ता का इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ. वरुण कुमार ने बताया कि अधिवक्ता की पीठ में कंधे के पास एक गोली लगी है। गोली पीठ को भेदती हुई अंदर जाकर फंस गई है। ऑपरेशन चल रहा है।
अधिवक्ता मूल रूप से सूरसंड थाने के कोरियाही गांव वार्ड-6 के स्व. वैद्यनाथ झा के पुत्र हैं। बताया जाता है कि अधिवक्ता का परिवार अर्से से गांव में नहीं रह रहा है। फिलहाल डुमरा में ही वार्ड दो में ललन मोहरीर के किराये के मकान में रहते हैं। वर्ष 2012 से कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं और इस दौरान चर्चित क्रिमिनल लायर अमर मिश्रा के जूनियर के रूप में काम कर चुके हैं। गैंगस्टर संतोष झा की हत्या से पहले से अलग होकर गैंगस्टर मुकेश पाठक का मुकदमा लडऩे लगे।
घात लगाए अपराधियों ने पीछे से मारी गोली
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, काले रंग की पल्सर बाइक पर सवार तीन बदमाशों में से एक ने गोली चलाई और शंकर चौक होते हुए भाग निकले। अधिवक्ता रोजाने की तरह तकरीबन शाम साढ़े छह बजे घर से निकलकर शंकर चौक की ओर पैदल टहलने निकले थे। पहले से घात लगाए बदमाशों ने पीछे से ही निशाना साधा। अपराधियों ने सिर्फ एक गोली चलाई। शायद उनको डराने-धमकाने की नियत से ऐसा किया गया।
एसपी अनिल कुमार ने सूचना मिलते ही पुलिस अफसरों को घटनास्थल से लेकर नर्सिंग होम तक रवाना किया। सर्किल इंस्पेक्टर विजय कुमार यादव, डुमरा थाना प्रभारी नवलेश आजाद व नगर थाना प्रभारी प्रभात रंजन सक्सेना इस घटना की जांच कर रहे हैं। हमलावर बदमाशों की पहचान हालांकि अभी नहीं हो पाई है। इधर, नंदीपथ मेमोरियल हॉस्पीटल में अधिवक्ताओं व घायल के स्वजन का हुजूम उमड़ पड़ा।अधिवक्ता को सिर्फ दो बेटियां हैं। पत्नी प्रियंका झा हॉस्पीटल पहुंचकर बेसुध हो गईं थी।