फर्जी शिक्षकों को स्कूल जाने से रोकने में व्यवस्था विफल , चल रहा यह 'खेल'
फर्जी टीईटी शिक्षकों का आज भी स्कूल जाना जारी है। पदस्थापित स्कूलों में उनकी हाजिरी भी बन रही।
By Edited By: Published: Sat, 06 Oct 2018 05:00 PM (IST)Updated: Sat, 06 Oct 2018 05:00 PM (IST)
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। फर्जी टीईटी शिक्षकों का आज भी स्कूल जाना जारी है। पदस्थापित स्कूलों में उनकी हाजिरी भी बन रही। इसके आधार पर आनेवाले दिनों में वे वेतन की भी दावेदारी करेंगे। शिक्षा विभाग के जानकारों के अनुसार, यही स्थिति रही तो आनेवाले दिनों में उन शिक्षकों का एकबार फिर वेतन भुगतान हो भी जाएगा। जिले में 335 फर्जी टीईटी शिक्षक चिह्नित हो चुके हैं, इनमें से 307 के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा चुकी है।
नियमित स्कूल जा रहे
मीनापुर, बोचहां व बंदरा प्रखंड के फर्जी टीईटी शिक्षक आज भी नियमित स्कूल जा रहे। यह स्थिति लगभग सभी प्रखंडों की है। स्कूलों में मिलीभगत से हाजिरी बनाने का निरंतर 'खेल' चल रहा। स्कूलों को नहीं दी गई फर्जी शिक्षकों की जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारी फर्जी शिक्षकों को संरक्षण दे रहे। यही वजह है कि उन शिक्षकों का वेतन भुगतान भी कर दिया गया।
दर्ज हो चुकी है प्राथमिकी
फर्जी शिक्षक चिह्नित होने की आधिकारिक जानकारी स्कूलों को नहीं दी गई। शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने संबंधित स्कूलों के एचएम को पत्र नहीं भेजा। प्रधानाध्यापकों का तर्क है कि फर्जी शिक्षक होने की जानकारी विभाग की ओर से नहीं मिली। ऐसे में हाजिरी बनाने से नहीं रोका जा सकता। शिक्षा विभाग को इस संबंध में पत्र जारी करना चाहिए।
पांच प्रखंडों में जांच तक नहीं
फर्जी शिक्षकों के मामले में हाथ डालने से डर रहे अधिकारी फर्जी टीईटी शिक्षकों की जांच करने से अधिकारी डर रहे। जिले के पांच प्रखंडों में जांच की कार्रवाई अब तक नहीं हो सकी। जिन प्रखंडों में जांच कराई गई, वहां कार्रवाई की प्रक्रिया लंबित है। काफी दबाव के बाद वेतन भुगतान तो नहीं किया जा रहा, लेकिन उनकी हाजिरी बन रही। जिला शिक्षा अधिकारी ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि फर्जी टीईटी शिक्षकों की हाजिरी पर रोक लगाने के संबंध में निर्देश दिया जा चुका है। प्रखंड शिक्षा अधिकारी व प्रखंड विकास अधिकारी को इस मामले में कार्रवाई करनी है।
नियमित स्कूल जा रहे
मीनापुर, बोचहां व बंदरा प्रखंड के फर्जी टीईटी शिक्षक आज भी नियमित स्कूल जा रहे। यह स्थिति लगभग सभी प्रखंडों की है। स्कूलों में मिलीभगत से हाजिरी बनाने का निरंतर 'खेल' चल रहा। स्कूलों को नहीं दी गई फर्जी शिक्षकों की जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारी फर्जी शिक्षकों को संरक्षण दे रहे। यही वजह है कि उन शिक्षकों का वेतन भुगतान भी कर दिया गया।
दर्ज हो चुकी है प्राथमिकी
फर्जी शिक्षक चिह्नित होने की आधिकारिक जानकारी स्कूलों को नहीं दी गई। शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने संबंधित स्कूलों के एचएम को पत्र नहीं भेजा। प्रधानाध्यापकों का तर्क है कि फर्जी शिक्षक होने की जानकारी विभाग की ओर से नहीं मिली। ऐसे में हाजिरी बनाने से नहीं रोका जा सकता। शिक्षा विभाग को इस संबंध में पत्र जारी करना चाहिए।
पांच प्रखंडों में जांच तक नहीं
फर्जी शिक्षकों के मामले में हाथ डालने से डर रहे अधिकारी फर्जी टीईटी शिक्षकों की जांच करने से अधिकारी डर रहे। जिले के पांच प्रखंडों में जांच की कार्रवाई अब तक नहीं हो सकी। जिन प्रखंडों में जांच कराई गई, वहां कार्रवाई की प्रक्रिया लंबित है। काफी दबाव के बाद वेतन भुगतान तो नहीं किया जा रहा, लेकिन उनकी हाजिरी बन रही। जिला शिक्षा अधिकारी ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि फर्जी टीईटी शिक्षकों की हाजिरी पर रोक लगाने के संबंध में निर्देश दिया जा चुका है। प्रखंड शिक्षा अधिकारी व प्रखंड विकास अधिकारी को इस मामले में कार्रवाई करनी है।
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