जिले में आधा दर्जन नए उद्योगों के विस्तार से आर्थिक विकास को मिलेगी गति
लीची, लहठी के अलावा चमड़ा, कपड़ा, शहद व किड्स फूड से जुड़े उद्योग लगाने पर विचार। आइआइएम लखनऊ के सर्वे के आधार पर जायजा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अगले दो से तीन वर्षों में जिले में आधा दर्जन से अधिक उद्योग धंधों का विस्तार होगा। यहां की आर्थिक विकास दर को भी दो से तीन फीसद बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा जिले को एयर कनेक्टिविटी भी दी जाएगी। मंगलवार को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग विभाग व आइआइएम लखनऊ की टीम ने इन संभावनाओं का जायजा लिया। डीएम मो. सोहैल के साथ औधोगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के आर्थिक सलाहकार एएस भाल तथा प्रो. पुष्पेंद्र प्रियदर्शी ने डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट प्लान पर चर्चा की।
केंद्र की पायलट योजना
भारत सरकार की पायलट योजना में पांच राज्यों के छह जिलों में मुजफ्फरपुर को भी शामिल किया गया है। यहां औद्योगिक विकास की संभावनाओं को तलाशा जा रहा। इसके लिए आइआइएम लखनऊ की टीम ने पिछले दिनों सर्वे किया था। इसकी रिपोर्ट डीएम को सौंपी गई थी। इसके आधार पर प्लान तैयार किया गया। डीएम ने तैयार किए गए डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट प्लान के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
विशेष आर्थिक क्षेत्र बनने की भी संभावना
बैठक में लीची प्रोसेसिंग और उत्पादन, रेडीमेड गारमेंट्स, शहद प्रोसेसिंग, डेयरी उद्योग, मत्स्य पालन जैसी आर्थिक गतिविधियों पर विशेष फोकस किया। इसके अलावा बेबी फूड इंडस्ट्री, लहठी उद्योग, मुजफ्फरपुर में टेक्सटाइल का विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) बनाने और एयर कनेक्टिविटी को लेकर (पताही एयरपोर्ट के विकास) बनाए गए प्लान पर चर्चा की गई।
27 इकाइयों में उत्पादन शुरू
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि जिले में पिछले दो वर्षों में 63 निवेश प्रस्तावों को राज्य निवेश प्रोत्साहन परिषद द्वारा स्वीकृति दी गई है। इसमें से 27 इकाइयों में उत्पादन शुरू हो गया है।
उपस्थिति ने दिए बेहतर संकेत
जिले की आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देने व उद्योगों के विकास की नई संभावनाओं का आकलन करने के लिए भी यह बैठक हुई। इसमें कई स्टॉक होल्डर के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। इसमें तिमुल के प्रतिनिधि, अध्यक्ष, नार्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मोतीलाल छापडिय़ा, खुदरा वस्त्र विक्रेता संघ के प्रतिनिधि, जीविका के प्रतिनिधि मौजूद थे। इनके अलावा बैठक में जिप अध्यक्ष इंद्रा देवी, डीडीसी उज्ज्वल कुमार सिंह, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन अतुल कुमार वर्मा, सहायक समाहर्ता विशाल राज, डीटीओ, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी समेत कई विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए।