Darbhanga News: ऑक्सीजन की किल्लत बताकर मरीजों से वसूल रहे मुहमांगी कीमत
Darbhanga News दुकानदार और दलालों की मिलीभगत से ऊंची कीमतों पर कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज के लिए स्वजन खरीद रहे ऑक्सीजन सिलेंडर। घंटों की कड़ी मेहनत के बाद लोगों को नसीब हो रहा ऑक्सीजन 130 रुपये का गैस सिलेंडर बिक रहा मनमाने कीमत पर 16 हजार तक वसूले।
दरभंगा, जागरण संवाददाता। जिले में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण मामले के बीच ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कालाबाजारी जोरों पर है। विक्रेता और दलाल ऊंची कीमतों पर ऑक्सीजन गैस सिलेंडर बेच रहे हैं। बाजार में 130 रुपये में बिकने वाला छोटा सिलेंडर 16 हजार में बिक रहा है। इस कार्य में कई स्तरों पर दलाल सक्रिय हैं। दलालों की बदौलत कई दुकानदार मालामाल हो रहे हैं। कोरोना पॉजिटिव होकर होम आइसोलेशन में अपना इलाज करा रहे मरीज के स्वजन अपने मरीजों के उपचार की सलाह ऑनलाइन डॉक्टरों से ले रहे हैं। चिकित्सीय सलाह पर ऑक्सीजन सैचुरेशन को 95 तक रखने की सलाह के साथ ऑक्सीजन देने की सलाह दी जा रही है। इस स्थिति में जब स्वजन ऑक्सीजन की खोज में निकल रहे हैं तो दलाल और दुकानदार पहले ऑक्सीजन की किल्लत बताते हैं। फिर घंटों दौड़ाते हैं। अंत में ऑक्सीजन सिलेंडर ऊंची कीमत वसूल कर देते हैं।
हालांकि जिला प्रशासन ने निजी नर्सिंग होम से सरकारी अस्पताल तक ऑक्सीजन सिलेंडर का पुख्ता इंतजाम के लिए गाइडलाइन जारी कर दिया है। लेकिन, इस पर हमेशा निगरानी नहीं होने से आमजन परेशान हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक स्वजन ने बताया कि पहले तो दुकानदार ऑक्सीजन की किल्लत बताकर टरका दिया। इसके बाद फिर संपर्क करने पर उसने हामी भरी और एक सिलेंडर के लिए 16 हजार वसूले। दुकानदार से लेकर कई बिचौलिए इसकी आपूर्ति में लगे हैं।
ऑक्सीजन की आपूर्ति चिकित्सक की सलाह पर
ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति उन्हीं को करनी है, जिनको चिकित्सकों ने ऑक्सीजन लेने की सलाह दे रखी है। इतना ही नहीं इसकी आपूर्ति के लिए मरीजों का आधार कार्ड डॉक्टरों की सलाह के कागजात जमा कराने होंगे।
बढ़ा उत्पादन 250 की जगह एक हजार सिलेंडर प्रतिदिन हो रहा उत्पादन
कमतौल स्थित गैस प्लांट के अधिकारी बताते हैं कि पहले इस प्लांट से 250 ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति होती थी। अब इस प्लांट से करीब एक हजार सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन किया जा रहा है। डीएम के आदेश पर डीएमसीएच को पहले आपूर्ति करना है । इसके साथ निजी नर्सिंग होम वाले को और इसके बाद अन्य जिलों को आपूर्ति करनी है। सभी की आपूर्ति तय कर दी गई है। निर्धारित नियम के अनुरूप ही आपूर्ति की जा रही है।