एमफिल की परीक्षा का शेड्यूल तय, बीएड पर भी फैसला
आएगी यूजीसी की टीम, एफिलिएशन मिले तो बाकी परीक्षाओं के लिए भी मांगा जाएगा रेग्युलेशन। 15 जनवरी से पहले एमफिल में बाहरी छात्रों का रजिस्टे्रशन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय से एमफिल व बीएड करने वाले विद्यार्थियों के लिए शनिवार को बड़ी खुशखबरी आई। एमफिल के लिए परीक्षा का शिड्यूल तय हो गया है। साथ ही बीएड की परीक्षा लेने के लिए भी शिड्यूल बनाकर तुरंत राजभवन भेजने का निर्णय हुआ है, हरी झंडी मिलते ही वह परीक्षा भी ले ली जाएगी। वैसे 31 मार्च तक बीएड वालों को रिजल्ट नहीं मिल पाया तो उनकी नौकरी खतरे में पड़ जाएगी।
लिहाजा, विश्वविद्यालय के साथ राज्य सरकार भी उससे पहले सारा काम करा लेने को तटस्थ है। कुलपति प्रो. अमरेंद्र नारायण यादव की अध्यक्षता में उनके आवास पर एडवायजरी कमेटी की बैठक में यह निर्णय हुआ। इसमें दूरस्थ शिक्षा के निदेशक डॉ. सतीश कुमार राय के अलावा रजिस्ट्रार अजय कुमार राय, एफए, एफओ आरडी सिंह परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपी रमण, प्रशासनिक पदाधिकारी ललन कुमार, भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. रामप्रवेश यादव, कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार उपस्थित थे।
निदेशक ने बताया कि 2016 के बाद डिस्टेंस को एफिलिएशन नहीं है। यूजीसी की टीम आ रही है। एफिलिएशन मिल जाएगा तो बाकी सब परीक्षाएं जिनका रेग्युलेशन रूका हुआ है उसका भी मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।
ये है एमफिल परीक्षा का शिड्यूल
जो बाहर के विद्यार्थी हैं उनको 15 जनवरी के पहले रजिस्ट्रेशन करा लेना है। 15 से 22 जनवरी तक परीक्षा फॉर्म उनको भरना है। एक से सात फरवरी तक परीक्षा होगी। परीक्षा का कार्यक्रम ग्रुप वाइज निकलेगा। छह दिन परीक्षा होगी। दो ग्रुप में तीन-तीन पेपर होंगे।
62 सर्टिफिकेट कोर्स के 11 हजार छात्रों की भी परीक्षा
निदेशक डॉ. राय ने बताया कि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत संचालित 62 विभिन्न सर्टिफिकेट कोर्स में नामांकित 11 हजार विद्यार्थियों की भी परीक्षा मार्च तक ले लेने पर विचार हुआ है। इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। हालांकि, उससे पहले विश्वविद्यालय के लिए एमफिल व बीएड की परीक्षा संपन्न करा लेना बड़ी चुनौती है। एमफिल में सुप्रीम कोर्ट तो बीएड में हाईकोर्ट से जुड़ा मामला है।