मुजफ्फरपुर में पहली पाली में शांतिपूर्ण रही बीएसएससी मेंस की परीक्षा, बाहर नहीं निकलने से परीक्षार्थी नाराज
BSSC Mains Exam Muzaffarpur केंद्र के बाहर खुलवाया गया परीक्षार्थियों का जूता। गहन तलाशी लेने के बाद परीक्षार्थियों को दिया गया प्रवेश। परीक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। बिहार कर्मचारी चयन आयोग के मेंस की परीक्षा शनिवार को जिले के 13 केंद्रों पर संचालित की गई। परीक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। केंद्र में प्रवेश से पहले परीक्षार्थियों की गहन तलाशी ली गई। यहां तक की जूता पहन कर जाने से भी रोका गया। परीक्षार्थियों ने केंद्र के बाहर ही अपना जूता मोबाइल वह बैग को छोड़ दिया एलएस कॉलेज केंद्र के बाहर सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थियों का बैग एक साथ पड़ा हुआ था। हालाकी वहां पर पुलिस कर्मी की नियुक्ति की गई थी। परीक्षा से पहले बायोमेट्रिक के माध्यम से परीक्षार्थियों का सत्यापन किया गया पहली पाली में हिंदी की परीक्षा हुई। इसमें कुल 100 प्रश्न पूछे गए। गया से आए मिथिलेश कुमार ने बताया कि सभी प्रश्न बहुत आसान थे। निर्धारित समय से पहले ही उन्होंने सभी प्रश्नों का जवाब दे दिया। दरभंगा से आई स्वाति और स्वीटी ने भी कहा कि प्रश्न तैयारी के अनुरूप ही पूछे गए थे। दूसरी पाली में यही परीक्षार्थी जीएस गणित विज्ञान और अंग्रेजी की परीक्षा में शामिल होंगे। यह परीक्षा दोपहर 2:00 से शाम 4:15 बजे तक आयोजित होगी।
बाहर निकलने को लेकर शोरगुल, कई केंद्रों पर नहीं खोला गया मेन गेट
पहली पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद एलएस कॉलेज केंद्र पर परीक्षार्थियों को अगली पाली के लिए भीतर ही इंतजार करने के लिए कहा गया। लेकिन परीक्षार्थी इसके लिए तैयार नहीं होगा उनका कहना था कि सुबह बिना खाए ही परीक्षा के लिए आए हैं ऐसे में 2 घंटे तक बैठे रहना और फिर अगली पाली की परीक्षा के लिए तैयार हो पाना कठिन है। परीक्षार्थियों के विरोध और शोरगुल शुरू होता देख परीक्षार्थियों को बाहर जाने की अनुमति दी गई। वहीं अन्य परीक्षा केंद्रों पर मेन गेट बंद कर दिया गया इस कारण परीक्षार्थी बाहर नहीं निकल सके। आरडीएस कॉलेज का मेन गेट बंद था परीक्षार्थी भूख से व्याकुल थे। जिन परीक्षार्थियों के साथ अभिभावक आए थे वह बाहर से नाश्ता और पानी का बोतल लेकर भीतर की ओर दे रहे थे। वही अकेले आए परीक्षार्थी को परेशानी का सामना करना पड़ा।
लगाए गए हैं जैमर
परीक्षा को लेकर केंद्रों पर जैमर की व्यवस्था की गई है ताकि कदाचार के किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके। वही प्रशासन की ओर से तैनात दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी लगातार केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। केंद्र अधीक्षकों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही या कदाचार की बात सामने नहीं आनी चाहिए।