मुजफ्फरपुर में हर हिस्से दिखाया जाता यातायात कानूनों को ठेंगा, मनमानी से लगता जाम
शहर में आए दिन जाम की स्थिति बन रहती है। खासकर सोमवार व शनिवार को तो शहर में भीषण जाम की स्थिति रहती है।
मुजफ्फरपुर। शहर में आए दिन जाम की स्थिति बन रहती है। खासकर सोमवार व शनिवार को तो शहर में भीषण जाम की स्थिति रहती है। ऐसे में शहर का कोई हिस्सा नहीं जहां यातायात नियमों को ठेंगा नहीं दिखाया जाता हो। आगे निकलने की होड़ में वाहन चालक कतार तोड़कर गलत दिशा में चले आते हैं। इससे अकारण ही जाम लग जाती है। वाहन चालकों के इस रवैये से ट्रैफिक पोस्ट पर तैनात सिपाही भी हलकान रहते हैं। वाहन चालान से लेकर जुर्माना भी वसूला जाता है, लेकिन इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता। कुछ स्थानों पर पुलिस वसूली भी करती है। ऐसे स्थानों का रेट फिक्स है। इससे वाहन चालकों में कोई भय नहीं दिखता।ऑटो चालकों की मनमानी का क्या कहना। कहां यू टर्न लेकर जाम लगा देगा, कहना मुश्किल है। जब भी उन पर सख्ती होती तो वे हड़ताल पर चले जाते हैं और ऑटो को शहर में लाकर जाम लगा देते हैं। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में हाई लेवल मीटिग हुई थी। इसमें कई अधिकारी शामिल हुए थे। बैठक में कई सुझाव आए तथा जाम से मुक्ति के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा शीघ्र ही उठाए जाने की बात कही गई।
बैठक में ये आए सुझाव : बैठक में मुख्य रूप से शहर के महत्वपूर्ण स्थानों पर जहां भीड़-भाड़ की स्थिति बनी रहती है वहां पार्किंग जोन चिन्हित करना, चिन्हित किए गए वन-वे को प्रभावशाली ढंग से अनुपालन कराना, अतिक्रमित किए गए सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त कराना, कई महत्वपूर्ण सड़कों और चौक चौराहों पर गड्ढे हैं उन्हें दुरुस्त करना, सड़क पर टेलीफोन पोल या बिजली के पोल को शीघ्र हटाना, महत्वपूर्ण सड़कों पर यू-टर्न की व्यवस्था सुनिश्चित करना इत्यादि महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए जिसके आलोक में जिला प्रशासन द्वारा शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा।
ऑटो व ई-रिक्शा के परिचालन को लेकर ये आए सुझाव : बेतरतीब ढंग से चल रहे ऑटो और ई रिक्शा पर प्रभावशाली नियंत्रण करना, उनके लिए पड़ाव स्थल को न केवल चिन्हित करना बल्कि चिन्हित पड़ाव स्थल को अतिक्रमण मुक्त कराना, दिल्ली जाने वाली बसों द्वारा जो बैरिया बस स्टैंड के सामने और उसके आसपास के इलाकों में खड़ी होकर जाम की स्थिति उत्पन्न किया जाता है उन पर कड़ी कार्रवाई करना, चांदनी चौक के दोनों साइड एप्रोच पथ जहां पर बस और ट्रक तथा अन्य गाड़ियां बेमतलब खड़ी रहती है उन पर कड़ी कार्रवाई करना,और अप्रोच पथ को खाली कराना, कम उम्र वाले टेंपो चालक यदि परिवहन करते हुए पकड़ाते हैं तो उनके ऑनर पर प्राथमिकी दर्ज करने के सुझाव दिए गए।
ये भी आए सुझाव : दुकानों के आगे वाहन या सामान लगाने वाले पर करवाई करने की बात कही गई। सड़कों पर बालू गिट्टी गिरा कर सड़कों को अतिक्रमित करने वाले दुकानदारों पर करवाई करने का भी सुझाव दिया गया। सड़कों पर बिना कारण घंटों वाहन लगाने वाले पर कड़ी कार्रवाई होगी। ना केवल उनसे जुर्माना वसूला जाएगा। उनकी गाड़ियों को क्रेन से उठाकर अन्यत्र रखा जाएगा।कई महत्वपूर्ण स्थलों पर सुबह 8:00 बजे तक गाड़ियों से माल उतारने की अनुमति है। उन जगहों पर यदि 8:00 बजे के बाद माल उतरता है तो ऐसी स्थिति में गाड़ियों को सीज किया जाएगा। सड़कों पर विशेष तौर पर जैसे अघोरिया बाजार, भगवानपुर, रेवा रोड, गोबरसही चौक, स्टेशन के आगे वाले पुल पर ऑटो बेतरतीब ढंग से लगे रहते हैं। जिसके वजह से जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। उनसे सख्ती से निपटने के सुझाव भी दिए गए।
ट्रैफिक पुलिस के संबंध में यह बात उभरकर सामने आई कि उनके पास मानव संसाधन की कमी है तथा ट्रैफिक कार्य में संलग्न होमगार्डों को प्रशिक्षण की भी जरूरत है।इस संबंध में भी ठोस कदम उठाए जाएंगे।
शनिवार और सोमवार को विशेष तौर पर ट्रैफिक समस्या देखने को मिलती है उस दिन सभी महत्वपूर्ण चौक चौराहों पर एनसीसी के कैडेट को भी टैग किया जाएगा। नगर निगम द्वारा शहर में कूड़ा उठाने का जो समय है उसमें तब्दीली की बात उठाई गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया सुबह नौ बजे तक कूड़ा उठा दिया जाए। शहर में वैसे दो पहिया वाहन चालकों पर सख्ती की जाएगी जो अनुशासनहीनता का उल्लंघन करते हुए ट्रैफिक नियमों का खुला उल्लंघन करते हैं। दोपहिया वाहनों की सख्ती से जांच की जाए।