दोबारा मौका मिलने के बाद भी इसलिए सरकारी राशन से वंचित रह गए कई गरीब परिवार
सरकार ने छूटे परिवार को शामिल करने का दिया था निर्देश। 6 मई तक मांगी गई थी सूची पार्षदों को 5 मई को मिला पत्र।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहरी क्षेत्र के ऐसे जरूरतमंद परिवार जिनका नाम सर्वे के दौरान सरकारी राशन पाने वालों की सूची में शामिल नहीं हो पाया था, उनके लिए सरकार ने अलग से मौका दिया था। वंचित परिवारों का नाम शामिल करने के लिए सरकार ने छह मई तक का समय दिया था। लेकिन नगर विकास विभाग की लापरवाही कहे या नगर निगम प्रशासन की। सरकार से 21 अप्रैल को जारी पत्र वार्ड पार्षदों को 5 मई को मिला। ऐसे में 6 मई तक छूटे परिवारों का पता लगाकर उनका नाम सूची में शामिल करने का अवसर जाता रहा।
अधिकारियों को कठघरे में खड़ा किया
महापौर सुरेश कुमार ने इस पर नाराजगी जताते हुए नगर विकास विभाग एवं निगम के अधिकारियों को कठघरे में खड़ा किया है। महापौर ने कहा कि नगर विकास विभाग द्वारा जब पत्र 21 अप्रैल को जारी किया गया था तो फिर पार्षदों को पांच मई को क्यों दिया गया। इसकी जांच होनी चाहिए। इस लापरवाही से राशन कार्ड से वंचित गरीब परिवार को सरकारी योजना के लाभ से वंचित होना पड़ा है। वे इसकी शिकायत मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर करेंगे। वार्ड पार्षदों ने भी इस पर नाराजगी जताई है।