कटाव रोकने में जुटा अभियंताओं का दल
मुरौल प्रखंड के महमदपुर कोठी तिरहुत नहर के टूटे बाध के समीप अभियंताओं का दल कैंप कर कटाव रोकने को युद्धस्तर प्रयास कर रहा है।
मुजफ्फरपुर : मुरौल प्रखंड के महमदपुर कोठी तिरहुत नहर के टूटे बाध के समीप अभियंताओं का दल कैंप कर कटाव रोकने को युद्धस्तर प्रयास कर रहा है। कटाव स्थल पर जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता कुमार जंयत प्रसाद ने बताया कि मुख्य सचिव का स्पष्ट आदेश है कि कटाव को किसी हाल में रोका जाए। कटाव स्थल पर बास- बल्ला, मिट्टी का बोरा, बोल्डर सहित अन्य सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। इस कार्य में ग्रामीणों का भी काफी सहयोग मिल रहा है। बताया कि बूढ़ी गंडक बाध में ही बाढ़ से निपटने के बाद एक स्लूस गेट देने का प्रस्ताव दिया जाएगा जिस कारण इसपार व उसपार की समस्या ही समाप्त हो जाएगी। मौके पर पूर्व प्रमुख पवन कुमार, संवेदक नलिनी रंजन सहित ग्रामीण कटाव को रोकने में सहयोग कर रहे हैं।
पारू के सैकड़ों घरों में घुसा बाढ़ का पानी
पारू प्रखंड की रघुनाथपुर पंचायत के सखरा, विषरपट्टी, रघुनाथपुर समेत अन्य गावों के करीब तीन हजार घरों में बाढ़ का पानी घुसने से सैकड़ों परिवार बेघर हो गए हैं। पंचायत से प्रखंड मुख्यालय जाने के रास्ते बंद होने से लोग परेशान हैं। मुखिया बैद्यनाथ राय ने सीओ ललित कुमार सिंह को स्थिति से अवगत कराते हुए अविलंब राहत शिविर खोलने की माग की है।
बताया जाता है कि 24 घटे के अंदर बाया नदी उफान पर आ गई और देखते ही देखते सखरा गाव को जलमग्न कर दिया। अधिकतर परिवार स्कूल और अन्य ऊंचे जगहों की तलाश कर रहे हैं। रघुनाथपुर, विषरपटी समेत अन्य गावों के अधिकतर घरों में चूल्हा-चौका बंद होने से भूखमरी की स्थिति है। उधर, बहदीनपुर पंचायत के चतुरपट्टी गाव के डेढ़ सौ घरों में पानी घुसने से पीड़ित रेलवे लाइन पर शरण लिए हुए हैं। राजद नेता तुलसी राय ने बताया कि सरकार की ओर से कोई राहत नहीं मिलने से बाढ़ पीड़ित परेशान हैं। उन्होंने सीओ से राहत शिविर चलाए जाने की माग की है।