East Champaran News: रौशनियों से जगमगाया शहर, भारत-नेपाल सीमा पर जवानों ने जलाए दिये
Deepawali Celebration in Raxaul भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र शनिवार को प्रकाश का पर्व दीपावली को लेकर शहर जगमग करने लगा। अपने-अपने प्रतिष्ठानों और घरों के आगे दीपों से दुकानों का सजा दिया गया। इलेक्ट्रिक रंग बिरंगी झालरों से दुकानों सहित घरों को सजाया गया।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र शनिवार को प्रकाश का पर्व दीपावली को लेकर शहर जगमग करने लगा। अपने-अपने प्रतिष्ठानों और घरों के आगे दीपों से दुकानों का सजा दिया गया। इलेक्ट्रिक रंग बिरंगी झालरों से दुकानों सहित घरों को सजाया गया। दीपों का त्योहार खुशियों व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। श्रधालुओ ने मां लक्ष्मी व भगवान गणेश की पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। पटाखों के प्रतिबंध का असर दिखा। बच्चें फुलझड़ी और मिठाइयों संतोष करना पड़ा।पर्व को दुकानों को रंग बिरंगे बल्बों व झालरों से सजा दिया गया था।दीवाली को लेकर बच्चों व युवाओं में काफी उत्साह कायम रहा। पूजा को लेकर लोंगो में कोरोना का कोई डर नहीं दिखा। जबकि कई तो मास्क लगाकर ही अपने कार्य में जुटे रहे।
वैदिक मंत्रोचार्य से हुआ पूजा
दीवाली के दिन पंडित की काफी डिमांड रही। शाम में पूजा अर्चना वैदिक मंत्रोचार्य के साथ के शरू हुआ। इसके उपरांत देर रात्रि तक पूजा अर्चना हुआ।लक्ष्मी पूजा में पंडित जी का विशेष महत्व है। कई दुकानों व घरों में पंडित द्वारा ही पूजा कराने की परंपरा कायम है। एक ही पंडित जी को कई दुकानों में पूजा अर्चन की जिम्मवारी संभल रखी थी। दिन से ही कई जगहों पर पूजन कार्य पंडित निपटाने में जुट गए। जबकि व्यपारिक प्रतिष्ठानों में सिंह लग्न की पूजा का महत्व है। जिसके कारण मध्यरात्रि तक सिंह लग्न के प्रतीक्षा में लोग रहे।
दीपों से सज गयी रंगोली
शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में घरों के आंगन व द्वार को रंगोली से सजा दिया गया। विभिन्न रंगों से सजी रंगोली को चारों ओर दीपों से सजा दिया गया। जलते दीपों से रंगोली की आकर्षक छटा दिख रही थी। शहर के मंदिरों में भी आसपास की युवतियों ने रंगोली बनाकर दीवाली मनायी। घरों में भी लोंगो ने आंगन सहित पूजा घरों में आकर्षक रंगोली बनायी और उसके चारों ओर दीप जलाकर खुशी जाहिर की।
सख्त रही सुरक्षव्यवस्था
दिवाली के मौके ओर इंडो-नेपाल बार्डर पर सुरक्षव्यवस्था सख्त रही। एसएसबी यानी सशस्त्र सीमाबल के जवान और पुलिसकर्मी सघन गस्ती और ध्वनि विस्तार यंत्र पटाखा नही छोड़ने का अपील करते रहें।