पूर्वी चंपारण : दुर्घटना में महिला की मौत पर हंगामा पुलिस पर हमला, लाठीचार्ज व फायरिंग
East Champaran News चिरैया थानाक्षेत्र के अकौना गांव निवासी बिन्देश्वरी राय की पत्नी इलाइची देवी (65) की इलाज के दौरान मंगलवार को मौत हो गई। आक्रोशित लोगों ने जाम लगा दिया। जाम हटाने पहुंची पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला बोल दिया।
पूर्वी चंपारण, जागरण संवाददाता। चिरैया थानाक्षेत्र के अकौना गांव निवासी बिन्देश्वरी राय की पत्नी इलाइची देवी (65) की इलाज के दौरान मंगलवार को मौत हो गई। इलाज में लापरवाही के आरोप के साथ आक्रोशित लोगों ने लालबेगिया नयका टोला में मोतिहारी-ढाका मुख्य पथ पर शव को रखकर जाम कर दिया। जाम हटाने पहुंची पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला बोल दिया। इसमें चिरैया थाने के जमादार, डीएसपी के बॉडीगार्ड व दो चौकीदार समेत आधा दर्जन ग्रामीण भी घायल हो गए। हमले व पथराव से बचाव के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने आत्मरक्षार्थ कई चक्र हवाई फायङ्क्षरग भी की। हालांकि, पुलिस ने फायङ्क्षरग से इन्कार किया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि समय पर इलाज नहीं कराए जाने के कारण दुर्घटना में घायल महिला इलाइची देवी की मौत हो गई। सेनुवरिया गांव के आसपास का इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। लोगों में भय व दहशत का माहौल है। बताया गया कि ग्रामीणों ने करीब करीब पांच घंटे तक जाम लगाए रखा। इसके बाद सिकरहना एसडीओ ज्ञानप्रकाश, डीएसपी शिवेन्द्र कुमार अनुभवी, ढाका सर्किल इंस्पेक्टर जयप्रकाश ङ्क्षसह व प्रभारी थानाध्यक्ष केके यादव सहित पुलिसबल जाम स्थल पर पहुंचे। एसडीओ व डीएसपी आदि के तमाम कवायद के बाद भी वहां मौजूद लोग मानने के लिए तैयार नहीं थे।
पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद वहां मौजूद लोग भी उग्र हो गए और पुलिस प्रशासन पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। साथ ही पथराव भी शुरू हो गया। इस झड़प में चिरैया थाने के जमादार अशफाक हुसैन, सैप जवान पुरुषोत्तम ङ्क्षसह, हरिवंश ङ्क्षसह, सिपाही इंद्रजीत कुमार, गृहरक्षक जगरनाथ राय, सिपाही राकेश कुमार एवं सिकरहना एसडीपीओ के अंगरक्षक सहित सात पुलिस कर्मी घायल हो गए। वहीं ग्रामीणों की ओर से जियालाल राय(40), अवनीश कुमार(20), राजाबाबू (21), राजेश राय (22) सहित आधा दर्जन लोग घायल है। सभी घायलों का इलाज मोतिहारी के निजी अस्पताल में चल रहा है।
बताया जा रहा है कि 26 अप्रैल को अकौना निवासी इलाइची देवी घर से मिश्रौलिया गांव स्थित डीलर हरेंद्र ठाकुर के पास राशन लेने जा रही थी। इसी बीच अचानक मिश्रौलिया पेट्रोल पंप के पास किसी बस ने उसे ठोकर मार दी। बस चालक उसे अस्पताल ले जाने की जगह उठकर बस से ले जाकर चिरैया बस स्टैंड चौक पर फेंककर फरार हो गया। घायल इलाइची देवी रोड पर ही छटपटाती रही। कोरोना संक्रमण की वजह से कोई उसे छूने को तैयार नहीं था। बहुत देर बाद किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने उसे इलाज के लिए मोतिहारी भेजा। स्वजनों और ग्रामीणों का कहना है कि घायल महिला का इलाज समय पर नहीं होने के कारण उसकी मौत हो गई।