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पूर्वी चंपारण: किसानों का एक भी आवेदन लंबित रहने पर स्वत: निलंबित हो जाएंगे कृषि समन्वयक

East Champaran कृषि समन्वयकों के लॉगिन में लंबित है आठ हजार किसानोंं के आवेदनशुक्रवार को 12 बजे रात तक किसानों के आवेदनों को करना होगा स्वीकृत नहीं तो ऑटो फारवर्ड हो जाएगा आवेदन आइपीएल ने लिया संज्ञान मांग को देखते हुए यूरिया की दूसरी रैंक भेजने का दिया आश्वासन।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 06:45 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 06:45 PM (IST)
पूर्वी चंपारण: किसानों का एक भी आवेदन लंबित रहने पर स्वत: निलंबित हो जाएंगे कृषि समन्वयक
कृषि समन्वयक स्तर पर लगभग आठ हजार किसानों के आवेदन लंबित है। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

मोतिहारी, जासं। जिले में बाढ़ व अतिवृष्टि से हुई फसल क्षति को ले किसानों द्वारा ऑनलाइन आवेदनों की जांच की अंतिम तिथि 21 जनवरी निर्धारित है। हालांकि अबतक कृषि समन्वयक स्तर पर लगभग आठ हजार किसानों के आवेदन लंबित है। शुक्रवार की रात 12 बजे तक अगर किसानों के आवेदन की जांच कर आगे नहीं बढ़ाया जाता है तो 12 बजे के बाद आवेदन स्वत: जिला कृषि पदाधिकारी के लॉगिन में स्थानांतरित हो जाएंगे। ऐसे में जिन कृषि समन्वयकों के लॉगिन में आवेदन लंबित रहते हैं वे स्वत: निलंबित हो जाएंगे। इसको लेकर जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रदेव प्रसाद ने आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किया है। डीएओ श्री प्रसाद ने बताया कि जिन किसानों के आवेदनों का सत्यापन किया जा चुका है उनके खाते में कृषि निदेशालय द्वारा राशि भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बताया कि जिले के लगभग 1.16 लाख किसानों ने क्षतिपूर्ति के लिए ऑन लाइन आवेदन किया है, जिसमें 1.09 लाख आवेदन का सत्यापन पूरा कर लिया गया है।

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ऑटो फॉरवार्ड हो जाएंगे आवेदन

21 जनवरी की रात 12 बजे तक कृषि समनवयकों द्वारा किसानों के आवेदनों का सत्यापन नहीं किया जाता है तो आवेदन स्वत: जिला कृषि पदाधिकारी के लॉगिन में चली जाएगी। जहां सात दिनों के अंदर आवेदनों का सत्यापन कर मुख्यालय को भेजा जाएगा, ताकि किसानों के खाते में क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान किया जा सके।

जिले को प्राप्त हुए 32 हजार मीट्रिक टन यूरिया

पूर्वी चंपारण जिले में रबी फसलों की खेती को लेकर 62 हजार मीट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता है। जिले के किसान यूरिया की किल्लत से जुझ रहे है। किसान यूरिया को लेकर सड़क पर उतर रहे है, लेकिन अबतक आपूर्ति सामान्य नहीं हो सकी है। डीएओ चंद्रदेव प्रसाद ने बताया कि अबतक जिले को 32 मीट्रिक टन यूरिया का आवंटन हुआ है, जिसे आवश्यकता अनुरूप विभिन्न प्रखंडों को आवंटत कर किसानों के बीच वितरण कराया गया है। आने वाले दिनों में यूरिया की रैक पहुंचने के साथ यूरिया की किल्लत को दूर किया जा सकेगा।

आईपीएल ने लिया संज्ञान

पूर्वी चंपारण जिले के किसान यूरिया की किल्लत से जुझ रहे है। इसबीच 18 जनवरी को आईपीएल कंपनी की एक रैक यूरिया पहुंची। इस खबर को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। प्रकाशित खबर को आईपीएल के बफर स्टॉक्सिट शिव पूजन गुप्ता ने कंपनी को भेजी। कंपनी ने किसानों के बीच यूरिया की किल्लत को देखते हुए जिले में दूसरी रैक भेजने पर सहमति दी। श्री गुप्ता ने बताया कि सोमवार या मंगलवार तक आईपीएल यूरिया की रैक मोतिहारी पहुंच जाएगी। श्री गुप्ता ने कहा कि आईपीएल यूरिया जिले के सभी खुदरा दुकानों पर 258 रुपये पर पहुंचाया जाएगा, जहां से किसानों को 266.50 रुपये पर यूरिया उपलब्ध हो सकेगा।


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