Lockdown-3.0 : इस वजह से फल और सब्जी की कीमतों में अचानक उछाल आ गई, जानिए
Lockdown-3.0 मौसम की मार के चलते बैगन की फसल बर्बाद बाजार में किल्लत। 20 रुपये प्रति किलो बिकने वाले बैगन की कीमत 50 के पार।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लॉकडाउन-3 में मिली प्रशासनिक रियायत के बावजूद शहर की मंडियों में फल और सब्जी की कीमतों में अचानक उछाल आ गया है। आवक में वृद्धि के बावजूद कीमतों में उछाल से लोग हलकान हैं। लॉकडाउन-3 से पूर्व मांग में गिरावट से हुए नुकसान की भरपाई के लिए खुदरा कारोबारी फल और सब्जी की दोगुनी कीमत वसूलने में लगे हैं। दूसरी ओर रमजान को लेकर सब्जी और फल की मांग बढऩे के बाद दुकानदारों ने कीमत बढ़ानी शुरू कर दी है। कुछ इलाकों में जो फल और सब्जियां बिक रही हैं उनकी क्वालिटी भी खराब है। जबकि, कुछ इलाकों की मंडी के अर्थशास्त्र पर समाजशास्त्र भारी पड़ रहा है। लिहाजा लोग सब्जी और फल की खरीदारी से बच रहे हैं।
रमजान ने बढ़ाई बैगन की मांग
मौसम की मार से सब्जियों की गुणवत्ता प्रभावित होने के बावजूद कीमतें आसमान पर हैं। 10 दिन पूर्व तक 20 रुपये प्रति किलो की दर से बिकने वाली बैगन की कीमत 50 के पार कर गई है। बाजार में 50 से 60 रुपये की दर से बैगन बिक रहा है। बाजार में जो बैगन उपलब्ध है, उसकी गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। हालांकि, बैगन सभी मंडियों में उपलब्ध भी नही है। जबकि, इसकी मांग लगातार बढ़ रही है।
ओलावृष्टि से बैगन प्रभावित
इस सीजन में बैगन की किल्लत और कीमत में वृद्धि की बाबत मुशहरी के किसान संजय कुमार ने बताया कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से बैगन की फल प्रभावित हुई है। ओला के चलते गुणवत्ता पर असर पड़ा है। जिस पेड़ से 10 किलो बैगन निकलना चाहिए था, उससे डेढ़ किलो ही निकल सका है। ऐसे में बाजार में बैगन की कमी है। पानी टंकी चौक के सब्जी विक्रेता मुन्ना की मानें तो हर साल रमजान में बैगन की मांग बढऩे से कीमत भी बढ़ जाती है। रमजान में इफ्तार के दौरान बैगन की बैगनी बनाई जाती है, जो काफी स्वादिष्ट होती है। इस बार मौसम की मार के चलते बाजार में काफी कम मात्रा में बैगन उपलब्ध है। जबकि मांग लगातार बढ़ रही है।
आम की कीमत में दोगुनी वृद्धि
शहर की मंडी और बाजार अब आम से भी गुलजार है। दक्षिण भारतीय आम के बाद अब बाजार में भागलपुर का मालदा और जर्दा आम उपलब्ध है। चार-पांच दिन पूर्व तक 50 रुपये प्रति किलो की दर से बिकने वाले आम की कीमत 100 रुपये हो गई है। लॉकडाउन में रियायत और रमजान को लेकर आम की मांग बढ़ते ही कीमतें दोगुनी हो गई हैं। कुछ इसी तरह सेब की कीमत 80 से बढ़कर 120 से 140 रुपये प्रति किलो हो गई है। अंगूर व नारंगी 60 से बढ़कर 100, केला प्रति दर्जन 25 से बढ़ कर 40 रुपये, टमाटर 10 से बढ़कर 20, परवल 30 से 40, भिंडी 20 से 40 व करैला की कीमत 30 से बढ़ कर 40 रुपये हो गई है।
थोक मंडी में कीमत पूर्ववत
बाजार समिति के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी बताते हैं कि कोरोना के चलते फल और सब्जी बाजार में अनिश्चितता का माहौल है। आवक में कोई कमी नही है। लेकिन, खुदरा कारोबारी कम पहुंच रहे हैं। थोक मंडी में फल की कीमत पूर्ववत है। लेकिन, खुदरा कारोबारी पूर्व के नुकसान की भरपाई के लिए कीमत बढ़ा कर बेच रहे हैं। जबकि, बाजार समिति फल मंडी के मनीष कुमार सिंह बताते हैं कि फल को लेकर फैले अफवाह की वजह से कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। अब मांग बढ़ी है तो महंगाई भी बढ़ गई है।
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि फल, सब्जी समेत उपभोक्ता सामग्री की कीमतों पर नियंत्रण के लिए प्रशासनिक टीम गठित की गई है, जिन्हें दुकान, बाजार और मंडियों की जांच का आदेश दिया गया है। अधिक कीमत वसूलने वालों पर कार्रवाई का आदेश दिया गया है।