मुजफ्फरपुर में इस वजह से कोचिंग संस्थानों को पूरी तरह बंद करने की चल रही तैयारी
प्राइवेट स्कूल खोलेे जाने के आदेश का इंतजार कर रहे संचालक। उनका है यह हाल। राज्य के गोपालगंज सहित अन्य जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा कोचिंग को पूर्णरूप से बंद करने का आदेश जारी किया है ।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले के निजी विद्यालय संचालक लगातार स्कूल खुलने के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। दस महीने से लगातार स्कूल बंद हैं। बच्चे फी नहीं दे रहे। फी के अधिक पैसे होने पर दोबारा स्कूल नहीं जा रहें। पैसा डूबने के कारण निजी स्कूल संचालकों की माली हालत खराब होती जा रही है। कई स्कूल बंद हो गए। कुछ कोचिंग संस्थान चोरी-छिपे चलाया जा रहा है। इससे वे रेंट और शिक्षकों के 50 से 80 फीसद पैसे निकाल ले रहें। लेकिन कोविड के कारण अब कोचिंग चलाने वाले संचालकों के खिलाफ भी सख्ती होने जा रही हैं।
कोचिंग को पूर्णरूप से बंद करने का आदेश
राज्य के गोपालगंज सहित अन्य जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा कोचिंग को पूर्णरूप से बंद करने का आदेश जारी किया है। यहां जिला शिक्षा पदाधिकारी अब्दुस सलाम अंसारी भी दो दिनों के अंदर आदेश जारी करेंगे। उन्होंने बताया कि आदेश के बाद कोई भी कोचिंग संस्थान खुले पाए गए तो उनके खिलाफ जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी।
नौकरी की तलाश में कई निजी स्कूल संचालक
जिले में ऐसे कई लोग हैं, जिनके किराए पर निजी स्कूल चल रहे थे। वे लोग कोविड-19 में लगातार स्कूल बंद होने के कारण उनका व्यवसाय भी बंद हो गया। बच्चे भी दूसरे स्कूलों की ओर रुख कर गए। फी नहीं मिलने के कारण वे पूरी तरह टूट चुके हैं। कल तक जो दूसरे को नौकरी दे रहे थे, अब वे खुद नौकरी की तलाश में लगे हुए हैं। लेकिन उनको किसी शैक्षणिक संस्थान में नौकरी नहीं मिल रही। इंडियन एसोसिएशन ऑफ स्कूल्स के सचिव सुमन कुमार ने बताया कि, निजी स्कूल संचालकों की समस्या को लेकर वे शीघ्र मुख्यमंत्री और प्रधान सचिव से मिलेंगे। स्कूल संचालकों एवं शिक्षकों के लिए राहत पैकेज व मुआवजे की मांग करेंगे। जिससे वर्तमान परेशानी को कम से कम किया जा सकता है।