कुर्सी की राजनीति के कारण मिथिलाचंल अबतक उपेक्षा का शिकार
विकास के बजाय कुर्सी की राजनीति के कारण अबतक मिथिलाचंल उपेक्षा का शिकार होता रहा है। कृषि आधरित उद्योग की भरपूर संभावना के बाद भी सरकार सिर्फ डपोरशंखी घोषणा करती रही है।
मुजफ्फरपुर। विकास के बजाय कुर्सी की राजनीति के कारण अबतक मिथिलाचंल उपेक्षा का शिकार होता रहा है। कृषि आधरित उद्योग की भरपूर संभावना के बाद भी सरकार सिर्फ डपोरशंखी घोषणा करती रही है। अबतक की सरकारों द्वारा राजनीतिक रोटियां सेकने की मंशा ने मिथिलाचंल को पीछे धकेल दिया है। उक्त बातें मिथिला विकास पार्टी के अध्यक्ष विजय कुमार झा ने कही। श्री झा ने कहा कि उद्योग-धंघा को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर के साथ कृषि उत्पादन में इजाफा कर किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत किया जा सकता हैं। इस दिशा में सरकार को गंभीरता पूर्वक पहल करते हुए पलायन रोकने के लिए बंद पड़े उद्योग को नई तकनीकी के साथ शुरु करने के दिशा में ठोस कदम उठाना होगा। मधुबनी सहित मिथिलाचंल में रोजगार को बढ़ावा के दिशा में क्षेत्रीय लोगों को जोरदार ढंग से आवाज बुलंद करना होगा। देश भर में व्यापक स्तर पर मखाना उत्पादन करने वाले मधुबनी में मखाना उत्पादकों की माली हालत में सुधार नहीं हो रहा है। तालाबों को संरक्षण नहीं होने से मखाना उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है। मखाना प्रोसे¨सग उद्योग के माध्यम से जिले में बेरोजगारी दूर किया जा सकता है। लोहट चीनी मिल की जगह नए मिल की स्थापना गन्ना उत्पादन से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगी। श्री झा ने कहा कि जिले में व्यापक स्तर पर आम की फसल होने के बाद भी आम के रखरखाव व बेहतर बाजार उपलब्ध नही होने से किसानों को आम उत्पादन का समुचित लाभ नही मिल रहा है। बेरोजगारी, ¨सचाई सहित जन समस्याओं को लेकर मिथिला विकास पार्टी द्वारा पंचायत स्तर पर जागरुकता के माध्यम से आम लोगों की परेशानी को उठाएगी।