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डीएमसीएच में कोरोना संक्रमण के खतरों की भेंट चढ़ी मरीजों के सामान्य आपरेशन की प्रक्रिया

Darbhanga news कोविड-19 के मानक पर नहीं है आपरेशन थिएटर जर्जर सर्जिकल भवन में स्थित विशेष आपरेशन थियेटर में लटक रहा ताला संक्रमण के डर से चिकित्सक भी टाल रहे आपरेशन अधीक्षक ने कहा - प्रशासनिक आदेश नहीं होने के कारण चिकित्सकों को आपरेशन करने का है आदेश।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 05:13 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 05:13 PM (IST)
डीएमसीएच में कोरोना संक्रमण के खतरों की भेंट चढ़ी मरीजों के सामान्य आपरेशन की प्रक्रिया
कोरोना संक्रमण की वजह से डीएमसीएच में आपरेशन प्रभाव‍ित। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दरभंगा {दिनेश राय}। दरभंगा मेडिकल कालेज, अस्पताल में मरीजों के सामान्य आपरेशन की प्रक्रिया पर कोरोना संक्रमण का खतरा भारी है। इस अवधि में मरीजों का आपरेशन ठहर सा गया है। इस काल में संक्रमण फैलने के डर के मारे कई मरीज आपरेशन कराने से परहेज कर रहे हैं। इन दिनों सिर्फ उन्हीं मरीजों का आपरेशन हो पा रहा है, जो गंभीर प्रकृति के हैं। चिकित्सक अपनी जान जोखिम में डालकर गंभीर मरीजों का आपरेशन करते हैं। कारण यह कि कोरोना के कहर के बीच डीएमसीएच में कोविड मानकों पर आपरेशन थिएटर का निर्माण नहीं हो पाया है।

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और लटक गया आपरेशन थिएटर में ताला

डीएमसीएच में संक्रमण को रोकने की दिशा में काम तो हुए, लेकिन वो अंजाम तक नहीं पहुंचे। पहले एचआइवी संक्रमितों के लिए आपरेशन थिएटर बनाया गया। कोरोना काल में सर्जरी विभाग में बने इसी आपरेशन थिएटर को कोविड आपरेशन थिएटर रूप में तब्दील कर दिया गया। इस बीच सर्जिकल भवन के जर्जर होने के बाद मरीजों को दूसरे जगह शिफ्ट कर दिया गया। इसी के साथ आपरेशन थिएटर में भी ताला लटक गया।

गायनिक विभाग में लगातार हो रहा आपरेशन, अन्य विभागों में आंकड़ा घटा

कोरोना काल में भी गायनिक वार्ड में मरीजों का आपरेशन होता रहा। इस संख्या में कमी नहीं आई। जबकि अन्य विभागों में आपरेशन का आंकड़ा घटा है। आंकड़ों के मुताबिक कोरोना काल के पहले मेजर आपरेशन की संख्या 11589 और माइनर आपरेशन 167469 हुए। कोरोना काल 2019-20 में यह संख्या घटकर कुल 2308 पर पहुंच गई। कोरोना की दूसरी लहर में यह संख्या 14750 आकड़ा पहुंचा। इसमें माइनर आपरेशन 8778 और मेजर आपरेशन 5972 हुए। वर्तमान में रोज आधा दर्जन मरीजों का आपरेशन होता है। इनमें सबसे अधिक गंभीर मरीजों का ही आपरेशन कैजुअल्टी आपरेशन थिएटर में हो पा रहा है।

रोज दो दर्जन से अधिक मरीज चले जाते दूसरे अस्पतालों में

सूत्र बताते हैं कि सुविधाओं की कमी के बीच यहां से रोज दो दर्जन से अधिक मरीज आपरेशन के अभाव में दूसरे अस्पतालों में चले जाते हैं। यह पलायन तब हो रहा है जब सर्जरी, नेत्र रोग, ईएनटी समेत अन्य विभागों में आपरेशन थिएटर का पुख्ता इंतजाम है। कोरोना काल में ये सभी अघोषित रूप से बंद है। इससे पहले रोज इस अस्पताल में 40 से 50 मेजर और माइनर आपरेशन होते रहे। पूर्व की तरह मरीज तो रोज आते हैं, लेकिन चिकित्सक ऐसे मरीजों को भर्ती करने से इन्कार करते हैं।

- कुछ विभागों के चिकित्सक आपरेशन थिएटर के मानक पर नहीं होने के कारण कोरोना काल में तत्काल इसे टाल देने का आग्रह किया। अधिकारिक रूप से कोई आदेश नहीं होने के कारण उनका आग्रह नहीं माना गया। कोरोना काल में मरीजों के आपरेशन पहले से काफी कमी आई है। कारण यह कि इस काल में मरीजों की संख्या में काफी कमी आई है। -डा. हरि शंकर मिश्रा अधीक्षक, दरभंगा मेडिकल कालेज, अस्पताल।


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