नाला भरकर बन रहे मकान, गंदे पानी का तालाब बने आधा दर्जन मोहल्ले
2008 में पहली बार नगर आयुक्त को पत्र लिखकर किया गया था सचेत। आउटलेट बंद होने से नाले के पानी में घिर जाएंगे बाबा गरीबनाथ मंदिर समेत शहर के दस वार्ड।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बालूघाट मुख्य नाले को भरकर मकान बनाया जा रहा। इससे शहर के उत्तरी भाग से गंदे पानी की निकासी बाधित हो गई है। आउटलेट बंद होने से रविवार को आधा दर्जन मोहल्ले गंदे पानी का तालाब बन गए। सबसे बदहाल स्थिति गोला बांध रोड की है, जहां हर गली नाले के पानी से भर गई है। कई लोगों के घरों में तो नाले का बदबूदार पानी प्रवेश करने लगा है। बावजूद इसके निगम प्रशासन मौन साधे है। अगर, जल्द नाले को नहीं खोला गया तो बाबा गरीबनाथ मंदिर समेत शहर का उत्तरी भाग गंदे पानी से भर जाएगा।
दस वर्षों में नहीं खुली निगम की आंख
शहर के उत्तरी भाग स्थित दस वार्डों यथा वार्ड 16, 17, 18, 19, 21, 22, 40, 43 और 44 के हजारों घरों से निकलने वाला गंदा पानी हो या बरसाती पानी, बालूघाट मुख्य नाले से होकर कमरा मोहल्ला स्थित स्लूस गेट से बाहर निकलता है। पिछले एक दशक से नाले को अतिक्रमित किया जा रहा। इससे नाला संकीर्ण होता चला गया। वार्ड जमादार रामशंकर झा पिछले एक दशक से निगम प्रशासन को पत्र लिखकर नाले पर हो रहे अतिक्रमण की जानकारी दे रहे।
वर्ष 2008 में पहली बार नगर आयुक्त को पत्र लिखकर सचेत किया था। नाला बंद होने के गंभीर परिणाम से अवगत कराते हुए कार्रवाई का अनुरोध किया था। बीते वर्ष उन्होंने आठ अक्टूबर, एक नवंबर और 10 दिसंबर को पत्र लिखकर नाले को अतिक्रमित करने की सूचना दी थी। बावजूद निगम प्रशासन की आंख नहीं खुली। वहीं, वार्ड 21 के पार्षद केपी पप्पू भी लगातार नाले के अवरुद्ध होने की जानकारी निगम प्रशासन को दे रहे। उनकी शिकायत को भी ताक पर रख दिया गया।