Muzaffarpur News: डीएम ने की आवास व शौचालय योजना की समीक्षा बैठक, कहा- बर्खास्त होंगे लापरवाह आवास सहायक
Muzaffarpur News मुजफ्फरपुर के डीएम ने की आवास व शौचालय योजना की समीक्षा बैठक। डीएम ने कहा कि आने वाले दिनों में प्रखंडों का भ्रमण किया जाएगा। प्रखंड स्तरीय बैठक कर पंचायत वार विस्तृत समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी तरह की लापरवाही और कोताही पर कड़ी कार्रवाई होगी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सरकार की विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पूर्ण पारदर्शिता हो। किसी तरह की लापरवाही और कोताही पर कड़ी कार्रवाई होगी। ये बातें डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने प्रधानमंत्री आवास और शौचालय योजना की समीक्षा के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारियों तथा अन्य प्रखंड स्तरीय अधिकारियों से कहीं।
डीएम ने कहा कि आने वाले दिनों में प्रखंडों का भ्रमण किया जाएगा। प्रखंड स्तरीय बैठक कर पंचायत वार विस्तृत समीक्षा की जाएगी। योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित अधतन स्थिति का जायजा लिया जाएगा। इस क्रम में लापरवाही पाई गई तो संबंधित पर कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जहां प्रथम, द्वितीय, तृतीय किस्त की राशि दी गई है। उसकी लगातार मॉनीटङ्क्षरग करें। आवास सहायकों के माध्यम से तथा स्वयं भी भौतिक सत्यापन करें। आवास सहायकों के साथ नियमित बैठक कर स्थिति का जायजा लें। लापरवाही बरतने वाले आवास सहायकों के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की जाए। जिन आवास सहायकों का लचर प्रदर्शन होगा उसे सेवा से बर्खास्त किया जाएगा।
डीएम ने डीडीसी को निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित प्रखंड वाइज ग्रेडिंग लिस्ट तैयार करें। डीडीसी सुनील कुमार झा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत कुल लक्ष्य 42 हजार 635 था। इसके विरुद्ध 42 हजार 107 का निबंधन किया गया। 41 हजार 784 की जियो टैगिंग की गई। वहीं 29 हजार 608 आवास पूर्ण किए गए। यह भी बताया गया कि अबतक कुल 96 हजार 910 आवास स्वीकृत किए गए। इसमें 91 हजार 841 को प्रथम किस्त की राशि दी गई। 60 हजार 172 को द्वितीय व 41 हजार 909 को तृतीय किस्त की राशि का भुगतान किया गया। कुल मिलाकर 43 हजार 614 आवास पूर्ण किए गए। अपूर्ण आवासों की संख्या 48 हजार 227 है।
शौचालय निर्माण के समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया कि बकाया भुगतान का निष्पादन करना सुनिश्चित करें। शौचालय निर्माण को लेकर भुगतान में गड़बड़ी की सूचना मिलती है तो उसकी जांच कराते हुए संबंधित पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। बैठक में निदेशक डीआरडीए चंदन सिंह चौहान, डीपीआरओ कमल सिंह के अलावा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।