Bihar Flood News: बिहार के बैरगनिया में बह गया है डायवर्सन, साइकिल-बाइक चल रहीं रेलवे लाइन पर
Bihar Flood News बिहार में सीतामढ़ी से बैरगनिया होते हुए ढाका व मोतिहारी जाने को लोग रेललाइन का सहारा ले रहे हैं। डायवर्सन के बह जाने से ऐसा हो रहा है। लोग की जान सांसत में हैं।
सीतामढ़ी, जेएनएन। Bihar Flood News: बिहार में सीतामढ़ी से बैरगनिया होते हुए ढाका व मोतिहारी जाने के लिए लोग रेललाइन का सहारा ले रहे हैं। पैदल तो छोड़िए, साइकिल व मोटरसाइकिल सवार भी रेललाइन से ही आवाजाही करते हुए दिख रहे हैं। नेपाल से निकलने वाली लालबकेया नदी पर फुलवरिया घाट में बना डायवर्सन एक माह पूर्व नदी के प्रवाह में बह चला, तब से आवागमन इसी तरह हो रहा है। डायवर्सन ही आवागमन का एकमात्र साधन था। पैदल, साइकिल व मोटरसाइकिल वाले इस तरह आवाजाही कर रहे हैं, तो चार पहिया वाहन चालक यहां से 20 किलोमीटर फेर होकर जमुआघाट पुल से आ जा रहे हैं। यह पुल बिना उदघाटन चालू हो गया है।
डायवर्सन के बह जाने के बाद लोग अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर इस रेल पुल से आवाजाही करने को विवश हैं। यह रेल पुल 25 फीट ऊंचा है। गनिमत कहिए अभी ट्रेनों का परिचलान ठप है। बावजूद लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं। लोगो ने बताया कि यह डायवर्सन 30 फीट लंबा था। दोनों जिले के लिए आवागमन के लिए यह पुल लाइफ लाइन था। आवश्यक सामान की आपूर्ति इसी रास्ते हुआ करती है।
नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में कई दिनों से रूक रूककर हो रही बारिश के कारण लालबकेया नदी में उफान आ गया था। जिससे पूर्वी चंपारण जिले को जोड़ने वाला फुलवरिया घाट डायवर्सन क्षतिग्रस्त हो गया। आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। ऐसी स्थिति में हजारों यात्री प्रतिदिन पैदल, बाइक, साइिकल से इसी रेल पुल होकर आवाजाही करते हैं।
मालूम हो कि पूर्व में ही सीओ अमित कुमार ने कहा था कि लॉकडाउन के बाद ही डायवर्सन का निर्माण संभव हो सकेगा। डायवर्सन निर्माण की तरफ अभी तक कोई सुगबुगाहट नहीं है। जिला राजद पंचायती राज प्रकोष्ठ के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि राजनीतिक साजिश के तहत फुलवरिया घाट पर सड़क पुल का निर्माण नहीं हो रहा है। उन्होंने क्षेत्रीय सांसद एवं विधायक को जिम्मेदार ठहराया। पूर्वी चंपारण एवं सीतामढ़ी को जोड़ने वाला फुलवरिया घाट पर पुल की मांग अर्से से हो रही है। पुल के अभाव में डायवर्सन बना लेकिन, उसका कोई भरोसा नहीं रहता। बहरहाल, डायवर्सन बह जाने से बैरगनिया का संपर्क इस रास्ते पूर्वी चंपारण जिले से पूर्णत: भंग हो गया है।