Move to Jagran APP

मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना में मुखिया की शतरंज चाल जान हैरान रह जाएंगे

Muzaffarpur crime लाभूक की आइडी पर मुखिया उनके पति एवं वार्ड सदस्य ने मिलकर फर्जी तरीके से दूसरे को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दे दिया डीएम के पास शिकायत आने के बाद डीडीसी ने दिया मामले की जांच का आदेश

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 19 Feb 2021 04:13 PM (IST)Updated: Fri, 19 Feb 2021 04:13 PM (IST)
मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना में मुखिया की शतरंज चाल जान हैरान रह जाएंगे
बेवकूफ बना दूसरे के नाम कर दी पीएम आवास योजना की राशि।

मुजफ्फरपुर, जासं। तमाम व्यवस्था में बदलाव के बाद भी प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी नहीं रूक रही। ताजा मामला कटरा के शिवदासपुर गांव का है। यहां वास्तविक लाभुक के नाम का इस्तेमाल कर दूसरे को योजना का लाभ दे दिया गया। लाभुक को इसकी जानकारी के बाद उसने डीएम प्रणव कुमार के पास शिकायत की। उनके निर्देश पर डीडीसी डॉ. सुनील कुमार झा ने डीआरडीए की सहायक परियाेजना पदाधिकारी वसुंधरा शेखर को मामले की जांच कर रिपोर्ट मांगी है।

loksabha election banner

आम जनता से साक्षात्कार कार्यक्रम में डीएम के पास लाभुक प्रमोद कुमार ने शिकायत की थी। इसमें कहा गया था कि उसकी आइडी पर मुखिया, उनके पति एवं वार्ड सदस्य ने मिलकर फर्जी तरीके से दूसरे को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दे दिया। इसकी जानकारी उसे पहले नहीं दी गई। कई माह बाद उसे इसकी जानकारी मिली कि उसके नाम से आवास योजना की राशि भेजी गई है। जबकि उसे राशि मिली ही नहीं। लाभुक ने योजना की राशि दिलाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया। डीडीसी ने एक सप्ताह में मामले की जांचकर रिपोर्ट मांगी है।

 आवास योजना का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ तो बीडीओ पर कार्रवाई

जिले में आवास योजना के लक्ष्य को लेकर बीडीओ गंभीर नहीं है। इसे देखते हुए डीएम प्रणव कुमार ने सभी बीडीओ को मार्च से पहले लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया है। ऐसा नहीं करने वाले बीडीओ को कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। सभी बीडीओ को जारी पत्र में डीएम ने कहा कि कांटी, मुशहरी, सरैया, मोतीपुर और कुढ़नी को छोड़कर अन्य प्रखंडों में 60 फीसद से कम आवास पूर्ण कराए गए हैं। जबकि डेढ़ माह का ही समय शेष है। जिले में 53.70 फीसद ही आवास पूर्ण हुए हैं। इसे देखते हुए अभियान चलाकर आवास पूर्ण कराया जाए। इसकी प्रतिदिन समीक्षा भी की जाए। जो ग्रामीण आवास सहायक कार्य में अभिरूचि नहीं ले रहे उनके खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव उपलब्ध कराएं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.