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मोतिहारी सदर अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे से आसान हुईं मरीजों की मुश्किलें

डिजिटल एक्स-रे का फायदा यह है कि बीमारी को जल्द पकड़ता है जिससे इलाज सरल तरीके से जल्द शुरू हो जाता है। इससे शत प्रतिशत सही रिपोर्ट मिलती है। मोतिहारी सदर अस्पताल में लगे डिजिटल एक्स-रे की सुविधा मोतिहारी शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोग उठा रहे हैं।

By Ajit kumarEdited By: Published: Tue, 05 Jan 2021 08:58 AM (IST)Updated: Tue, 05 Jan 2021 08:58 AM (IST)
मोतिहारी सदर अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे से आसान हुईं मरीजों की मुश्किलें
रिपोर्ट आने में करीब छह घंटे का समय लगता है। फोटो: जागरण

पूर्वी चंपारण, जासं। जिले के सदर अस्पताल में संचालित डिजिटल एक्स-रे की सुविधा मिलने पर मरीजों में काफी खुशी है। यहां एक्स-रे की सुविधा डिजिटल होने के कारण मरीज अब इस बात से खुश है कि उन्हें प्राइवेट जैसी सुविधाएं मुफ्त में मिल रही हैं। मरीजों को प्रति एक्स-रे पांच से सात सौ रुपये की बचत हो रही है। वहीं, एक्स-रे रिपोर्ट को बेहतर बनाने के लिए पटना और दिल्ली के डॉक्टरों का सहारा लिया जा रहा है। 

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सिविल सर्जन डॉ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया इससे काफी संख्या में मरीजों को फायदा हो रहा है। डिजिटल एक्स-रे का फायदा यह है कि बीमारी को जल्द पकड़ता है, जिससे इलाज सरल तरीके से जल्द शुरू हो जाता है। इससे शत प्रतिशत सही रिपोर्ट मिलती है। मोतिहारी सदर अस्पताल में लगे डिजिटल एक्स-रे की सुविधा मोतिहारी शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोग उठा रहे हैं। यहां प्रतिदिन 70 से 80 लोगों की एक्स-रे रिपोर्ट दी जाती है। रिपोर्ट आने में करीब छह घंटे का समय लगता है। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. संदीप शर्मा एवं डॉ. एलबी गुप्ता द्वारा रिपोर्ट की जांच की जाती है। एक्सरे में हड्डी रोग, दर्द एवं शरीर के किसी भी हिस्से की एक्स-रे जांच की यहां सुविधा दी जाती है। लोगों को डिजिटल एक्स-रे की सुविधा पीपीपी मोड पर दी जाती है। इस सेंटर पर डॉक्टर, स्टाफ व मरीज सभी कोरोना प्रोटोकॉल का भी पालन करते हैं।

एक्स-रे का पटना में होता विश्लेषण

मरीजों काे किए जाने वाले एक्स-रे को जांच के लिए ऑनलाइन पटना भेजा जाता है। जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम इसका विश्लेषण कर रिपोर्ट पुनः सदर अस्पताल के एक्स-रे साइट पर लोड किया जाता है। ऑनलाइन रिपोर्ट एक नवीन प्रक्रिया है। विशेषज्ञों की टीम द्वारा स्थानीय स्तर पर किए गए एक्स-रे का गहन विश्लेषण करते हुए उच्च स्तर की रिपोर्ट दी जाती है। मरीजों के इलाज में स्थानीय स्तर पर इलाज कर रहे चिकित्सकों के लिए यह अति सहायक सिद्ध होता है। पूर्व में सदर अस्पताल में नार्मल एक्सरे की सुविधा थी। अब स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सदर अस्पताल परिसर में डिजिटल एक्सरे मशीन लगाई गई है। इस मशीन के लगने से मरीजों को काफी सुविधा मिल रही है। इसके लिए कोई शुल्क नहीं है। मरीजों की संख्या व बीमारी के अनुसार इन दिनों सदर अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी व प्रसव वार्ड मिलाकर हर रोज लगभग 70 से अधिक मरीजों का एक्स-रे किया जाता है। नार्मल एक्सरे की सुविधा के कारण एक्स-रे जल्द नहीं होने पर मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। डिजिटल एक्स-रे शुरू होने से गंभीर बीमारियों का आसानी से पता चल सकेगा।


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