ट्रेनों का परिचालन नहीं होने से अब सफर हो रहा मुश्किल
पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज में ट्रेनों का परिचालन नहीं होने के खिलाफ यात्रियों ने किया आक्रोशपूर्ण प्रदर्शनकहा- गोरखपुर और रक्सौल आने जाने के लिए रेलवे ने नहीं चलाई कोई ट्रेनचंपारण के यात्रियों से भेदभाव का लगाया आरोप ।
पश्चिम चंपारण, जागरण संवाददाता । विभिन्न मार्गों पर सवारी गाडिय़ों के परिचालन नहीं होने से छोटे छोटे स्टेशनों तक सफर करने वालों की परेशानी बढ़ गई है। बिहार में कई ऐसेे जगह हैंं जहां ट्रेन ही सबसे बेहतर सुविधा है। ऐसे यात्रियों की परेशानी तभी कम होगी जब सवारी गाड़ी चलेंगी। शुक्रवार को एकजुट होकर यात्रियों ने रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि रेलवे चंपारण केे यात्रियों के साथ भेदभाव बरत रहा है। रेल यात्रियों का कहना हैै कि गोरखपुर, रक्सौल व मुजफ्फरपुर रेलखंड में एक भी डेमू एवं मेमू ट्रेन का परिचालन नहीं किया गया।
कोरोना को लेकर जिस तरह से स्पेशल फास्ट पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन मुजफ्फरपुर रेलखंड में किया गया, ठीक उसी प्रकार गोरखपुर रूट में भी रेल प्रशासन को फास्ट पैसेंजर ट्रेन का परिचालन करना चाहिए। स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन कर रहे यात्री विजय कुमार, दीपक कुमार, राजेश कुमार, राजू पटेल, रामू पासवान, इमरान आलम, इम्तेयाज आलम, राकेश कुमार का कहना है कि नरकटियागंज से गोरखपुर जाने के लिए एक भी फास्ट पैसेंजर एवं सवारी गाड़ी नहीं है। इसी प्रकार रक्सौल रूट में भी एक भी फास्ट पैसेंजर एवं सवारी गाड़ी का परिचालन नहीं किया गया, जिससे क्षेत्र के यात्रियों को सफर करने में काफी कठिनाइयां होती है, जबकि रेलवे द्वारा प्रत्येक जिलों में डेमू ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया है।
चंपारण में इस ट्रेन का परिचालन नहीं होने से यहां के यात्रियों को सबसे अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। यात्रियों ने बताया कि नरकटियागंज व मुजफ्फरपुर में फिलहाल इंटरसिटी एवं स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन चलने से थोड़ी राहत मिली है। लेकिन गोरखपुर व रक्सौल रूट में यात्रियों को निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। गरीब यात्रियों के समक्ष बेहद कठिनाइयां उत्पन्न होती है। आक्रोशित यात्रियों ने रेल प्रशासन से मांग की है कि नरकटियागंज से गोरखपुर व सिकटा होते हुए रक्सौल तक डेमू व मेमू एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन जल्द से जल्द आरंभ किया जाए।