Madhubani: RTI से खुलासा, योगदान व त्यागपत्र में शिक्षिका का अलग-अलग नाम, जानिए मामला
Madhubani पंडौल प्रखंड के संकोर्थू पंचायत में 2010 में शिक्षक पद पर नियोजन के वक्त एक महिला ने अपना जो नाम बताया उस नाम में उनके त्यागपत्र के समय वर्ष 2016 में अंतर आ गया। आरटीआइ में एक ही महिला के तीन नाम सामने आने से मामला हुआ पेचीदा।
मधुबनी, जागरण संवाददाता। पंडौल प्रखंड के संकोर्थू पंचायत में 2010 में शिक्षक पद पर नियोजन के वक्त एक महिला ने अपना जो नाम बताया, उस नाम में उनके त्यागपत्र के समय वर्ष 2016 में अंतर आ गया। वर्तमान में वह महिला संकोर्थु पंचायत की मुखिया है। योगदान व त्याग पत्र में अलग-अलग नाम होने का मामला आरटीआई के माध्यम से प्रकाश में आया है। इलाके में इसकी चर्चा का बाजार गर्म हो चला है।
आरोपित पूर्व शिक्षिका वर्तमान में मुखिया
बता दें कि आरोपित पूर्व शिक्षिका वर्तमान में मुखिया है। इनके द्वारा शिक्षक नियोजन के समय योगदान किसी और नाम से और त्यागपत्र किसी और नाम से बिना पूर्ण पता के ले लिया गया। उक्त गड़बड़ी प्रकाश में तब आई है जब संकोर्थू निवासी आरटीआई कार्यकर्ता हरेराम यादव ने सूचना अधिकार अधिनियम के तहत पंचायत नियोजन इकाई से इस संबंध में सूचना मांगी। उक्त गड़बड़ी को लेकर हरेराम यादव ने एसडीओ एवं डीएम कार्यालय में लिखित शिकायत कर जांचोपरांत कार्रवाई की मांग की है।
जबीं की जगह जबीन लिखा :
जानकारी के अनुसार वर्ष 2010 में तत्कालीन मुखिया नसीम अहमद उर्फ नन्हें की पत्नी का नियोजन डभारी मुस्लिम टोला स्थित प्राथमिक मकतब में शिक्षिका के पद पर हुआ। नियोजन के समय शिक्षिका ने अपना योगदान व हस्ताक्षर जेबा जबीं के रूप में किया था। जबकि, वर्ष 2016 में पंचायत चुनाव के निकट आते ही पंचायत महिला सामान्य कोटा में जाने के कारण शिक्षिका ने प्राथमिक मकतब शिक्षिका पद से मार्च 2016 में अपना त्यागपत्र दिया। जिसके साथ एक शपथ पत्र भी लगाया था। त्याग पत्र व शपथ पत्र में उन्होंने अपना नाम जेबा जबीन बताया। नियुक्ति के समय पंचायत शिक्षिका को नियोजन इकाई ने जो नियोजन पत्र निर्गत किया उसमें भी उनका नाम जेबा जबीं ही था।
बीडीओ के पत्र में नाम जेबा परवीन
इस संबंध में हरेराम यादव ने जब प्रखंड विकास पदाधिकारी से आरटीआई के माध्यम से शिक्षिका के नियोजन, त्याग पत्र और शैक्षणिक प्रमाण पत्र संबंधी जवाब मांगा तो बीडीओ ने पंचायत नियोजन इकाई को सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उक्त पत्र में शिक्षिका का नाम जेबा परवीन दर्शाया गया है।
जांच कर कार्रवाई की मांग
आरटीआई कार्यकर्ता ने इसी आधार पर एसडीओ व डीएम से जांच कर कार्रवाई की मांग की है। कहा कि एक ही शिक्षिका के तीन नाम कैसे हो सकते हैं। बता दें कि उक्त शिक्षिका वर्तमान में संकोर्थु पंचायत की मुखिया है। इधर, पंचायत के पूर्व मुखिया व उक्त शिक्षिका के पति नसीम अहमद ने कहा कि कहीं कोई गड़बड़ी नहीं की गई है।