एमएलसी चुनाव में सीतामढ़ी-शिवहर सीट पर भाजपा-जदयू में फंसा पेच, जानिए किसी दावेदारी
Sitamarhi politics भाजपा कार्यकर्ता को एनडीए का अधिकृत प्रत्याशी बनाने को मुखर हुए भाजपाई जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में भी भाजपा-जदयू बिल्कुल अलग-अलग खेमे में बंटा रहा। दोनों पार्टी के कार्यकर्ता कर रहे अपनी-अपनी दावेदारी।
सीतामढ़ी, जासं। स्थानीय निकाय कोटे से सीतामढ़ी-शिवहर सीट पर एमएलसी चुनाव में जदयू के बाद भाजपा की दावेदारी से जिच फंसता हुआ दिख रहा है। जदयू की ओर से बथनाहा से जिला पार्षद रेखा कुमारी को उम्मीदवार बताया जा रहा है तो मकर संक्रांति के ऐन मौके पर जिला भाजपा ने इस सीट को अपनी परंपरागत सीट करार देकर जदयू को झटका दे डाला है। जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में भी भाजपा-जदयू बिल्कुल अलग-अलग खेमे में बंटा रहा। जदयू ने जहां जिला पार्षद उमा देवी को दोबारा अध्यक्ष बनाने तथा उपाध्यक्ष सीट पर रेखा कुमारी के लिए आखिर तक जोर आजमाइश करता रहा वहीं भाजपा खेमे अपने समर्थन वाले उम्मीदवारों को दोनों सीटों पर जीत सुनिश्चित कराकर अपना लोहा मनवाया।
जदयू की ओर से एमएलसी चुनाव में प्रत्याशी के रूप में डा. मनोज कुमार की पत्नी जिला पार्षद रेखा कुमारी का नाम आने के बाद एनडीए के सबसे बड़े दल भाजपा के नेताओं ने अलग राग अलापना शुरू कर दिया है। भाजपा जिलाध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि विधान परिषद चुनाव में सीतामढ़ी सह शिवहर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा लगातार चुनाव लड़ती रही है और जीत भी हासिल की है।
यह भाजपा की परंपरागत सीट है। इसलिए इस सीट पर भाजपा का दावा बनता है। शिवहर भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव कुमार पांडेय, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रो. उमेश चंद्र झा, जिला महामंत्री अरुण गोप, आशुतोष कुशवाहा ने प्रदेश नेतृत्व से संयुक्त रूप से भाजपा के इस परंपरागत सीट पर भाजपा के ही किसी योग्य कार्यकर्ता को एनडीए का अधिकृत प्रत्याशी बनाने की मांग की है।
द्वितीय चरण की काउंसिलिंंग व चयन में अनियमितता में कार्रवाई के आदेश
जिला शिक्षा पदाधिकारी सङ्क्षचद्र कुमार ने द्वितीय चरण की काउंसिङ्क्षलग एवं चयन में हुई अनियमिता को लेकर एक पत्र जारी किया है। पत्र में पुपरी, बथनाहा व नानपुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि काउंसिङ्क्षलग में हुई अनिमियता की जांच कर रिपोर्ट भेजें तथा संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई भी की जाए। पत्र में यह भी निर्देशित किया गया कि विभागीय निदेशानुसार द्वितीय चरण की काउंसिङ्क्षलग एवं चयन की प्रक्रिया में प्रतिनियुक्त कर्मी/ शिक्षकों द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितता की गई है, जो जांच प्रतिवेदन से स्पष्ट हो रहा है। तत्काल काउंंसिङ्क्षलग में प्रतिनियुक्त दोषी कर्मी/ शिक्षकों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई करें।