बोले डीजीपी-जनता की सेवा का केंद्र बनें थाने, दलाल संस्कृति हो खत्म
मुजफ्फरपुर अपराध का केंद्र रहा है गरीब शोषित व कमजोर को अकारण पकड़कर परेशान नहीं करे पुलिस जड़ को खोदकर कीचड़ को साफ करने का लिया गया संकल्प।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। गरीब, शोषित व कमजोर को अकारण पकड़कर परेशान नहीं किया जाएगा। थाने जनता की सेवा का केंद्र बनें। किसी को पकड़कर हाजत में बंद कर वसूली नहीं की जाए। दलाल संस्कृति खत्म हो। इस तरह की शिकायत मिलने पर वैसे थानाध्यक्षों को बख्शा नहीं जाएगा। शहर के कई थानों के निरीक्षण के बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मीडिया से कहा कि जब मैं रातभर दौड़ सकता हूं। दिनभर ऑफिस में काम कर सकता हूं तो सभी को काम करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर अपराध का केंद्र रहा है। बिहार के लिए चिंता का विषय रहा है। मुजफ्फरपुर की जड़ को खोदकर कीचड़ को साफ करने का संकल्प लिया है। यहां पर सभी वरीय पदाधिकारी आइजी, डीआइजी व एसएसपी अच्छे हैं। उनको मजबूत करने के लिए यहां आए है। अब यहां का कीचड़ साफ नहीं हुआ तो कभी नहीं होगा। जल्द ही नतीजा सामने आएगा।
एक से एक दादा लोग बैठकर संगठित गिरोह चलाते हैं। इन सभी की कुंडली बनाई जा रही है। शीघ्र सभी पर शिकंजा कसा जाएगा। थानों के जर्जर भवन के सवाल पर बोले कि सरकार के पास पैसों की कमी नहीं है। जिले में कई नए थाने शीघ्र ही खुलने वाले हैं।
डीजीपी बनने के बाद पहली बाहर पहुंचे शहर
डीजीपी बनने के बाद पहली बार मुजफ्फरपुर पहुंचे गुप्तेश्वर पांडेय के औचक निरीक्षण की कार्रवाई के बाद पूरे महकमे में अफरातफरी मच गई। खुद एसएसपी, सिटी एसपी, नगर डीएसपी समेत अन्य पदाधिकारी भी शहर में निकल गए। इसके पहले वह राजधानी में थानों का औचक निरीक्षण कर चुके हैं।
80 फीसद से अधिक थानों के पास हो गए अपने भवन
डीजीपी ने कहा कि बिहार के 80 प्रतिशत से अधिक थानों के पास अपने भवन हो गए हैं। पहले थानों की स्थिति बहुत ही जर्जर थी। अब तो बिहार में बहुत विकास हुआ है। जल्द ही सभी थानों का अपना भवन बनकर तैयार हो जाएगा।