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AES in Muzaffarpur: एईएस से बच्चे की मौत में सकरा के चिकित्सक पर विभागीय कार्रवाई, जानिए मामला

एसकेएमसीएच में मौसमी बीमारी के 25 मरीजों का इलाज एईएस पीडि़त बच्ची को किया रेफर। निदेशक प्रमुख व सिविल सर्जन पहुंचे सकरा चिकित्सक से पूछताछ।

By Murari KumarEdited By: Published: Thu, 30 Apr 2020 09:37 PM (IST)Updated: Thu, 30 Apr 2020 09:37 PM (IST)
AES in Muzaffarpur: एईएस से बच्चे की मौत में सकरा के चिकित्सक पर विभागीय कार्रवाई, जानिए मामला
AES in Muzaffarpur: एईएस से बच्चे की मौत में सकरा के चिकित्सक पर विभागीय कार्रवाई, जानिए मामला

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में एईएस के अबतक सात मरीज सामने आए हैं। इनमें तीन की मौत हो गई है। वहीं एक बच्ची में पक्षाघात के लक्षण पाए जाने पर गुरुवार को उसे रेफर किया गया। जबकि बच्चे स्वस्थ होकर लौटे हैं। उधर, सकरा में एईएस से पीडि़त बच्चे की मौत में इलाज में लापरवाही सामने आई है।  सकरा अस्पताल में इलाज को पहुंचे बच्चे का एईएस के ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल के हिसाब से इलाज नहीं हुआ। जिला स्तर पर जांच में यह बात सामने आने के बाद इलाज करने वाले चिकित्सक डॉ.महेश चौधरी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। 

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पटना से निदेशक प्रमुख प्रशासक डॉ. अशोक कुमार ने गुरुवार को सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह के साथ जाकर मामले की जांच की। इलाज करने वाले चिकित्सक से पूछताछ करते हुए यह सवाल किया कि जब अस्पताल में इलाज के लिए दवा व अन्य उपस्कर थे तब सही तरीके से इलाज नहीं कर एसकेएमसीएच में क्यों रेफर किया गया। सिविल सर्जन ने बताया कि निदेशक प्रमुख जांच के बाद अपनी रिपोर्ट देंगे। जांच में वरीय कार्यालय सहायक गुणानंद चौधरी ने सहयोग किया।  

 

मुशहरी में इलाज पर जांच 

मुशहरी के रोशनपुर में एईएस से जुड़वां बच्ची सुक्की व मौसमी की मौत के बाद सिविल सर्जन ने जिला स्तर पर एसीएमओ डॉ. विनय कुमार शर्मा, जिला नोडल पदाधिकारी डॉ. हसीब असगर व सीएस कार्यालय के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सीबी प्रसाद की टीम का गठन किया है। सिविल सर्जन ने बताया कि टीम रोशनपुर जाकर वहां पर चलाए गए जागरूकता व अन्य तैयारी का जायजा लेने के बाद लोगों को खुद जागरूक करेंगे। इसके साथ मुशहरी पीएचसी स्तर पर भी तैयारी व जागरूकता का जायजा लेंगे। 

 सीएस ने बताया कि पहली बार जांच में यह बात सामने आई कि परिजन ने बीमारी के बाद न आशा न पीएचसी प्रभारी किसी से भी संपर्क किया। गांव में जाने के लिए रास्ता नहीं होने से बाइक व साइकिल के सहारे अस्पताल पहुंचे। इसके साथ ही सभी पीएचसी प्रभारी को अलर्ट किया गया है कि उनके इलाके में कहीं भी इस तरह की घटना नहीं हो इस पर चौकसी रखी जाए। बीमार बच्चे को एम्बुलेंस या निजी सवारी से अस्पताल लाया जाए। गांव में हर सार्वजनिक जगह पर आशा, पीएचसी प्रभारी, एम्बुलेंस व अन्य जरूरी नंबर को लिखा जाए। 

एईएस पीडि़त बच्ची रेफर 

एसकेएमसीएच में इलाजरत कमलपुरा पारू की सलोनी कुमारी में पक्षाघात के लक्षण मिलने पर उसको पटना रेफर किया गया। इस बीच एईएस वार्ड में एक बच्चे का इलाज चल रहा है। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार मौसमी बीमारी से पीडि़त 25 बच्चों का इलाज चल रहा है। 

प्रभावित गांव में बने सड़क : विधायक

 विधायक बेबी कुमारी ने जिलाधिकारी को पत्र देकर कहा है कि राजवाड़ा भगवान पंचायत के रोशनपुर चक्की गांव में एईएस से दो बच्ची की मौत हुई। वहां सड़क नहीं होने से इस इलाज में परेशानी होती है। मौत को दुखद बताते हुए अविलंब सड़क की जमीन चिह्नित कर सड़क निर्माण की मांग की है। इससे लोगों को आवागमन की सुविधा होगी।


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