West Champaran : आग लगती तो हांफने लगता विभाग, खुद की व्यवस्था से अगलगी की घटनाओं से पार पाते हैं लोग
पश्चिम चंपारण जिले के बगहा अनुमंडल अंतर्गत रामनगर प्रखंड में अग्निशमन विभाग की व्यवस्था नाकाफी है। तीन साल पहले रामनगर थाने को एक वाहन मिला था। विभाग के पास अभी कर्मी भी दो ही हैें। लोग अपनी व्यववस्था के सहारे समस्या पर काबू पाते हैं।
पश्चिम चंपारण (बगहा), जागरण संवाददाता। गर्मी शुरू होने के साथ ही अगलगी की घटनाएं भी शुरू हो जाती हैं। अचानक भारी तबाही मच जाती है। लेकिन पश्चिम चंपारण जिले के बगहा अनुमंडल अंतर्गत रामनगर प्रखंड में आलम यह है कि यहां आग लगने पर अग्निशमन विभाग की व्यवस्था नाकाफी नजर आती है। अंतत: लोग खुद की व्यवस्था से ही आग पर काबू पाते हैं।
तीन साल पहले मिला था एक अग्निशमन वाहन :
आग से निपटने के लिए तीन साल पहले रामनगर थाने को एक अग्निशमन वाहन मिला था, जो यहां के लिए नाकाफी है। फायर कर्मियों का कार्य भी कम जोखिम भरा नहीं होता है। तेज उठती लपटों के बीच किसी के उजड़ते आशियाने को बचाने में काफी खतरा मोल लेते हैं है। ये उस दौरान आग से खेलने का काम करते हैं। इस खतरनाक काम को अंजाम देते समय उन्हें अपनी जान की फिक्र भी नहीं होती है। इनका लक्ष्य केवल लोगों व उनके आशियाने को बचाना होता है। समय-समय पर ये जागरूकता कार्यक्रम चलाकर लोगों को आग से बचाव व सावधानी के तरीके बताते हैं।
दो ही कर्मियों की है तैनाती :
स्थानीय थाने में फायर ब्रिगेड का एक वाहन है। जिसके लिए तीन कर्मियों को रखा गया है। पर, एक कर्मी अपने निजी कारणों से कार्य से विरमित हो गए हैं। फिलहाल दो कर्मी नगर व प्रखंड के अगलगी की घटनाओं को देखते हैं। संजीव राय व मनन इस कार्य से जुड़े कर्मी है। कहते हैं कि अगर अगलगी की स्थिति गंभीर हो तो, भैरोगंज व बगहा से भी वाहन मंगाया जाता है।
मददगार होता चीनी मिल व नपं का टैंकर :
आग लगने पर यहां सबसे अधिक मददगार नगर पंचायत व चीनी मिल का पानी का टैंकर ही साबित होता है। जिससे नगर क्षेत्र व इसके आसपास में समय से सुविधा मिल जाती है। आग पर आसानी से काबू पा लिया जाता है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में अग्निशमन वाहन से लोगों को लाभ अधिक मिलता है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में पंपसेट और चापाकल से भी लोग आग पर काबू पाने का कार्य करते हैं।
पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष अभिनंदन ङ्क्षसह कहते हैं कि अग्निशमन वाहन की तैनाती रामनगर में हो गई है। अगलगी की किसी तरह की घटना पर फायरब्रिगेड या स्थानीय थाना के नंबर पर कॉल किया जा सकता है। हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार है।