Deepawali 2020: दिवाली एवं छठ को लेकर बढ़ी मिट्टी निर्मित बर्तनों की मांग, खरीद रहे लोग
Samastipur News लोक आस्था का पर्व दिवाली एवं छठ को लेकर मिट्टी निर्मित बर्तन दीपक चूल्हा खिलौना आदि का मांग बढ़ गई है। बाजार में कुम्हार मिट्टी के बर्तन सजाकर उसे विक्री करने में लगे है। मिट्टी बर्तन की बिक्री को लेकर कुम्हार के परिवार लगे है।
समस्तीपुर, जेएनएन। लोक आस्था का पर्व दिवाली एवं छठ को लेकर मिट्टी निर्मित बर्तन, दीपक, चूल्हा, खिलौना आदि का मांग बढ़ गई है। बाजार में कुम्हार मिट्टी के बर्तन सजाकर उसे विक्री करने में लगे है। मिट्टी बर्तन की बिक्री को लेकर कुम्हार के परिवार लगे है। हिन्दू धर्म मे खासकर पूजा पाठ सहित अन्य कर्मठ में मिट्टी का बर्तन शुद्ध एवं पवित्र माना जाता है। मिट्टी के बर्तन भी लोग खरीद रहे है। दिवाली के लिए घरो को सजाने एवं देवी देवताओं के पास जलाने के लिए लोग मिट्टी के दीपक खरीद रहे है। इसके बाद छठ पर्व को मनाने के लिए मिट्टी के बर्तन को लोग खरीदेगे। लोग अब चायनीज एवं अन्य आकर्षक दीपक को नहीं खरीदकर मिट्टी के दीपक की खरीददारी उत्साह से कर रहे है।
मिट्टी बनाने वाले कुम्हार रामस्वार्थ पंडित, महेश्वर पंडित आदि ने बताया कि मिट्टी का काम कर रहे है। मांग के अनुसार बनाया हूँ। मिट्टी का किल्लत और जलावन की किल्लत से अब मिट्टी का काम कठिन होता जा रहा है। नई पीढ़ी के बच्चे मिट्टी का काम करना नहीं चाहते है। कयोकि मेहनत के अनुसार मजदूरी या बर्तन का दाम नही मिल पाता है। मिट्टी के समान का डिमांड अब अत्याधुनिक सामग्री के सामने कम हो गया है। खपरैल मकान में खपरा का बिक्री होता था। अब लोग खपरैल मकान की जगह पक्का मकान बना रहे है। मिट्टी का बहुत सारा आइटम अब बनना बंद हो गया है। अभी त्योहार एवं विवाह के मौके पर लगने वाली मिट्टी की सामग्री का डिमांड है। वही छोटे छोटे बर्तन बनाकर बिक्री किया जाता है।