Deepawali 2020: मुजफ्फरपुर में पटाखे खरीदते या बेचते पकड़े गए तो बढ़ जाएगी आपकी परेशानी, हो सकती है इस तरह की कार्रवाई
Deepawali 2020 सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेश के आलोक में डीएम ने बैठक कर सख्ती से कार्रवाई के दिए निर्देश। एक दिसंबर तक लगाई गई रोक ई-कॉमर्स वेबसाइट के माध्यम से भी पटाखों की ऑनलाइन बिक्री पर रोक।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Deepawali 2020: एनजीटी के आदेश पर दीपावली एवं छठ पूजा के अवसर पर पटाखों की बिक्री एवं उपयोग पर मुजफ्फरपुर में रोक लगा दी गई है। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पत्र जारी कर दोनों एसडीओ, डीएसपी व थानाध्यक्षों को सख्ती से अनुपालन कराने का निर्देश दिया है। इसको लेकर जिलाधिकारी ने शुक्रवार को पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की। जिसमें बताया गया कि पटना, गया और मुजफ्फरपुर में किसी भी तरह के पटाखों का प्रयोग नहीं होगा। राज्य सरकार ने यह रोक एक दिसंबर तक लगाई है।
पटाखों की ऑनलाइन बिक्री भी प्रतिबंधित
ई-कॉमर्स वेबसाइटों के माध्यम से पटाखों की ऑनलाइन बिक्री भी प्रतिबंधित कर दी गई है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेश के आलोक में ऐसा किया गया है। इसके आलोक में मुजफ्फरपुर में भी दीपावली और छठ के अवसर पर पटाखों की बिक्री और उसके उपयोग (फोडऩे) पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस कारण जिले में किसी भी पटाखा दुकानदारों का लाइसेंस निर्गत नहीं किया गया है। बावजूद इसके यदि वे पटाखा बेचते हुए पाए जाते हैं तो सीज कर कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने कहा कि लगातार बढ़ते प्रदूषण का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इसे एनजीटी ने गंभीरता से लेते हुए आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि बीते साल नवंबर में देश के जिन शहरों में हवा की गुणवत्ता ठीक नहीं थी। वहां पटाखे ना बनेंगे और ना ही बिक्री होगी। इस श्रेणी में पटना, गया और मुजफ्फरपुर शामिल है, जहां पटाखों की बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। बैठक में एसएसपी जयंत कांत, दोनों एसडीओ, डीएसपी समेत अन्य शामिल थे।
डीएम की बैठक के बाद एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार दल-बल के साथ पटाखा मंडी में पहुंचे। प्रशासन के काफिले को देख पटाखा मंडी में अफरातफरी की स्थिति बन गई। हालांकि एसडीओ ने माइङ्क्षकग कर दुकानदारों को एनजीटी के आदेश से सभी को अवगत कराया। एसडीओ ने कहा कि शुक्रवार की शाम सभी को अलर्ट करा दिया गया है। शनिवार से इसको लेकर बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाएगा। कहा कि अगर जिले के अंदर कहीं पर पटाखों की बिक्री या उपयोग किया जाएगा तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। बताया गया कि सर्दियों के मौसम में पटाखों के उपयोग से प्रदूषण के खिलाफ सुधारात्मक कार्रवाई नहीं किए जाने से कोविड 19 महामारी के खतरे के बढऩे की संभावना है।