बिहार के एसकेएमसीएच से व्यापम के तार जुड़ने का गहराया शक, जानिए जांच की स्थिति Muzaffarpur News
10 चिह्नित छात्रों के फोटो की सीडी प्राचार्य को उपलब्ध कराई गई है। मध्य प्रदेश पुलिस पहले भी प्राचार्य से ले चुकी है कई बिंदुओं पर जानकारी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मध्य प्रदेश व्यापम (व्यावसायिक परीक्षा मंडल)घोटाले के तार बिहार के एसकेएमसीएच से जुड़े होने की आशंका बढ़ गई है। मामले की जांच कर रही सीबीआइ ने 10 छात्रों को चिह्नित किया है। इनके फोटो की सीडी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.विकास कुमार को उपलब्ध कराई गई है। फोटो को महाविद्यालय में कई जगहों पर लगाया जाना है। इससे उनकी पहचान होगी।
इस संबंध में पहले भी एमपी पुलिस प्राचार्य से कई बिंदुओं पर जानकारी ले चुकी है। मध्य प्रदेश पुलिस को व्यापम घोटाला के तार बिहार से जुडऩे के साक्ष्य मिलने की बात सामने आ रही है। इसे लेकर कॉलेज के वर्ष 2009 से नामांकन लिए छात्रों की फाइल कई बार खंगाली जा चुकी है। कब और कैसे मेडिकल में दाखिला हुआ इसकी भी जांच की गई थी।
पहले भी पकड़े जा चुके हैं 'मुन्ना भाई '
श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय में पूर्व में भी मुन्ना भाई पकड़े जा चुके हैं। इसमें मिथलेश बाबू व धर्मेंद्र कुमार को न्यायालय द्वारा जेल भेजा गया था। इसके बाद बैच 2009 के छह व बैच 2010 के 11 मेडिकल छात्र कॉलेज से फरार हो गए। इनमें अमित सौरभ, संजीव कुमार, शबनम, मुकुंद रंजन, अमृतांशु, धीरेंद्र कुमार व अन्य शामिल थे। एसकेएमसीएच के अलावा पटना मेडिकल कॉलेज के भी तीन छात्रों के नाम शक के घेरे में आए थे। हालांकि इस पूरे मामले की जांच के बाद कार्रवाई का पता नहीं चल सका। उधर, इस मामले में वर्ष 2015 में कानपुर के भी कई छात्रों की गिरफ्तारी हुई थी।
क्या है व्यापम
व्यापम अर्थात व्यावसायिक परीक्षा मंडल मध्य प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित बोर्ड है। इसका कार्य व्यावसायिक परीक्षा संपन्न कराना है। इसकी स्थापना प्री मेडिकल परीक्षा के लिए की गई थी। इसके बाद इसमें इंजीनियङ्क्षरग, पॉलीटेक्निक, कृषि प्रवेश सहित 14 व्यावसायिक परीक्षा शामिल की गई हैं। मध्य प्रदेश व्यापम ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला के लिए कई वर्ष पूर्व परीक्षा आयोजित की थी। इसकी जांच में कई ऐसे पूर्व छात्र पाए गए जो मुन्ना भाई की तरह बगैर परीक्षा में शामिल हुए उत्तीर्ण हो चुके हैं।
इस बारे में श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर के प्राचार्य डॉ. विकास कुमार ने कहा कि मध्य प्रदेश की सीबीआइ ने दस छात्रों के फोटो की सीडी उपलब्ध कराई है। इन्हें जगह-जगह लगाया जाएगा। संबंधित छात्रों की जानकारी मिलने पर इसकी सूचना सीबीआइ को दी जाएगी।