लॉकडाउन की वजह से कर्ज से दबे व्यवसायी ने की खुदकुशी, नरकटियागंज में दो माह से बंद थी दुकान
West Champaran News नरकटियागंज के व्यवसायी ने सूदखोरों की प्रताडऩा से तंग आकर पेड़ से फंदा लगाकर लटका मृतक व्यवसायी की जेब से अलग- अलग चार सुसाइट नोट बरामद पुलिस इस पूरे घटना क्रम की जांच पड़ताल कर रही है।
पश्चिम चंपारण, जासं। कोरोना की वजह से लॉकडाउन के कारण व्यवसाय चौपट होने एवं सूदखोरों की प्रताडऩा से तंग एक छोटे व्यापारी ने बीती रात पेड़ से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। शिकारपुर थाना के मंझरिया पुल के समीप स्थित एक बागीचे से रविवार की सुबह नगर के पुरानी बाजार वार्ड संख्या दो निवासी अवधेश कुशवाहा (52) का शव बरामद किया गया। मृतक के जेब से पुलिस ने अलग- अलग चार सुसाइट नोट और रस्सी बरामद किया है। घटना की सूचना पर एसडीपीओ कुंदन कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष सद्दाम हुसैन, पुलिस निरीक्षक कृष्ण कुमार गुप्ता सदल बल घटना स्थल पहुचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया भेज दिया है।
एसडीपीओ कुंदन कुमार ने बताया कि प्रथम ²ष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। मृतक के जेब से सुसाइट नोट बरामद किया गया है। उस आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं मृतक की पत्नी राधा कुशवाहा ने बताया कि नगर के पुरानी बाजार में उसकी किराने की दुकान है, जो पिछले दो माह से बंद है। कोरोना को लेकर लॉकडाउन के कारण व्यवसाय मंदा हो गया और कर्जदारों ने परेशान कर रखा था। जिसके कारण उसके पति ने जान दी है। मृतक को एक पुत्री व एक पुत्र है। पुत्री रागिनी की शादी कर चुका है। पुत्र आदित्या (18) अभी पढ़ाई करता है। घटना के बाद मृतक की विधवा व बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है।
थानेदार को संबोधित सुसाइट नोट में सांसद से गुहार
मृतक के जेब से बरामद सुसाइट नोट सबों को भावुक करने वाला है। उसने अपने मौत का जिम्मेदार सूदखोरों को बताया है। हालांकि सूदखोरों का नाम नहीं दिया है। लेकिन थानेदार को संबोधित सुसाइट नोट में लिखा है कि जिससे दस हजार लिया था, 20 हजार देने के बाद भी अभी 30 हजार बकाया है। ऐसी स्थिति में पुस्तैनी जमीन बेचकर कर्ज से उबरने की कोशिश की तो जमीन भी नहीं बिकी। सूदखोर घर पर आकर गाली दे रहे थे। इस लिए आत्महत्या की। उसने सुसाइट नोट में थानेदार से निवेदन किया है कि उसके जिम्मे सूदखोरों का महज 1.50 लाख है। वे अधिक बताकर मेरी पत्नी व बच्चों को तबाह करेंगे तो उनकी सुरक्षा की जाए। सुसाइट नोट में विधायक रश्मि वर्मा, राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र दुबे, वाल्मीकिनगर के सांसद सुनील कुमार से अपने बेटे की पढ़ाई की व्यवस्था करने की गुहार की है।
स्वजनों ने नहीं मानी मृतक की अंतिम इच्छा
उसने सुसाइट नोट में देह दान करने की इच्छा जाहिर की है। अपने पुत्र व पत्नी को लिखा है कि मेरे शव का दान मेडिकल कॉलेज में कर दें। हालांकि उसके स्वजनों का कहना है कि वे शव का अंतिम संस्कार करेंगे।