हौसले की उड़ान भरने निकलीं साइक्लिस्ट ज्योति, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराएगी नाम
मुजफ्फरपुर पहुंची आंध्रप्रदेश के हैदराबाद से साइकिल यात्रा पर निकली साइक्लिस्ट व पर्वतारोही ज्योति रोंगाला। भारत की सड़कें महिलाओं के लिए सुरक्षित का दे रही संदेश।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कहते हैं कि जब इरादे बुलंद और मन में कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो फिर व्यक्ति के लिए कुछ भी मुश्किल नहीं। चाहे जीवन में कितनी भी बाधाएं आए, वह आगे बढ़ता जाता है। इसे सच कर दिखाया है आंध्रप्रदेश के हैदराबाद से साइकिल यात्रा पर निकली साइक्लिस्ट व पर्वतारोही ज्योति रोंगाला ने। वह 'भारत की सड़कें महिलाओं के लिए सुरक्षितÓ का संदेश देने निकली हैं।
मंगलवार को मुजफ्फरपुर पहुंचीं ज्योति ने बताया कि मूल रूप से उसका लक्ष्य आस्ट्रेलिया के 18 हजार किमी का रिकार्ड तोडऩा है। इसके लिए इसने 30 हजार किमी की साइकिल यात्रा का लक्ष्य रखा है। ऐसा कर वह गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराएगी। वह यहां वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.सीबी कुमार के यहां ठहरी हैं। बुधवार को वह दरभंगा के लिए रवाना होगी। डॉ.कुमार ने बताया कि अपनी जिंदगी में आगे बढऩे को इच्छुक लड़कियों के लिए निश्चय ही ज्योति एक मिसाल है।
जनवरी 2016 में शुरू की थी यात्रा
उसने बताया कि उसने जनवरी 2016 में यात्रा शुरू की थी। कुछ ही माह हुए कि एक दुर्घटना में घायल होकर वह बेड रेस्ट में चली गई। इसे पूरी तरह स्वस्थ होने में दो साल लगे। इस साल 8 जनवरी को इसने आगे की यात्रा शुरू की। महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा आदि प्रांतों से गुजरते हुए वह यहां पहुंची। बताती हैं कि वह एक दिन में 80 से सौ किमी का सफर तय कर लेती है। मालूम हो कि ज्योति ने अपने जुनून के आगे गूगल की लाखों की नौकरी छोड़ दी।