बैंक लूट समेत दर्जनों वारदात में शामिल 25 हजार का इनामी कुमोद गिरफ्तार
हरियाणा व औराई थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर गुरुवार को औराई के रामपुर इलाके से 25 हजार के इनामी कुख्यात को गिरफ्तार किया है।
मुजफ्फरपुर : हरियाणा व औराई थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर गुरुवार को औराई के रामपुर इलाके से 25 हजार के इनामी कुख्यात को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसकी पहचान उसी इलाके के कुमोद उर्फ कमोद राम के रूप में हुई है। पूछताछ कर हरियाणा पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर उसे ले जाने की कवायद में जुटी है।
बताया गया कि करीब छह महीने पूर्व हरियाणा के फरीदाबाद में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक कारोबारी से 10 लाख रुपये लूट लिए थे। इसके बाद वहां से वह फरार हो गया था। सूचना संग्रह करने के बाद हरियाणा पुलिस की विशेष टीम मोबाइल सर्विलांस के आधार पर मुजफ्फरपुर पहुंची। इसके बाद औराई थानाध्यक्ष राजेश कुमार व अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर संयुक्त छापेमारी में उसे औराई से दबोच लिया गया। कहा जा रहा कि पुलिस को देख आरोपित भागने लगा था। इसपर जवानों ने खदेड़कर पकड़ा। इस दौरान वह पानी भरे गढ्डे में कूद गया था। पुलिस दल में हरियाणा पुलिस क्राइम ब्राच के इंस्पेक्टर कप्तान सिंह, सब इंस्पेक्टर नवेद, सुनील कुमार, औराई थानाध्यक्ष राजेश कुमार समेत अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे। कहा जा रहा कि उसकी गिरफ्तारी नहीं होने के कारण हरियाणा पुलिस की अनुशंसा पर विभाग द्वारा उस पर 25 हजार रुपये का इनाम की घोषणा की गई थी। पुलिस का कहना है कि करीब एक दशक से अधिक समय से कुमोद आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था। जिले के विभिन्न थाने में भी उसके विरुद्ध दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस की मानें तो उस पर बैंक लूट, डकैती समेत कई मामले दर्ज हैं। इन सभी मामलों में उसकी तलाश चल रही थी, मगर वह वारदात को अंजाम देने के बाद रातों रात ठिकाना बदल देता था। जिला पुलिस के लिए भी उसकी गिरफ्तारी चुनौती बनी थी। इस बीच हरियाणा में बड़ी लूट की घटना के बाद वहां की टीम इसके पीछे लगी थी। कहा जा रहा कि हरियाणा में भी वारदात को अंजाम देने के बाद कई ठिकाना बदला। इस बीच कुछ दिन पूर्व वह मुजफ्फरपुर के औराई स्थित अपने घर पर आकर शरण ली थी। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पता चला कि वह पंचायत चुनाव लड़ने की भी तैयारी में था, मगर इस बार वह चुनाव में खड़ा नहीं हुआ था।
पुलिस का कहना है कि बार-बार वह अपना ठिकाना बदल रहा था। इसके कारण लोकेशन का पता नहीं चल रहा था। कहा गया कि जिले के विभिन्न थाने में उसके विरुद्ध दर्ज मामलों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है, ताकि अन्य केसों में उसे रिमांड किया जा सके।