Bihar Chunav 2020: दरभंगा के बहादुरपुर में फंसी है मंत्री मदन सहनी की साख
Bihar Vidhan Sabha chunav 2020 दरभंगा के बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र का अस्तित्व वर्ष 2010 आया। इस क्षेत्र से वर्तमान खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन सहनी जदयू के टिकट से पहली बार विधायक बने। फिलहाल यहां के वर्तमान विधायक राजद के भोला यादव हैं।
दरभंगा, जेएनएन। बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र का अस्तित्व वर्ष 2010 आया। इस क्षेत्र से वर्तमान खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन सहनी जदयू के टिकट से पहली बार विधायक बने। फिलहाल यहां के वर्तमान विधायक राजद के भोला यादव हैं। 2015 के चुनाव में राजद, जदयू और कांग्रेस के महागठबंधन के तहत मदन सहनी गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े और जीते । लेकिन, इस बार के चुनाव में फिर मंत्री मदन सहनी अपने पुराने क्षेत्र बहादुरपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। इनके सामने महागठबंधन के राजद प्रत्याशी आरके चौधरी चुनावी मैदान में हैं। जबकि, बहादुरपुर के वर्तमान विधायक भोला यादव बगल के हायाघाट क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। इस स्थिति में इस बार के चुनाव में मंत्री की साख दाव पर है। स्थानीय लोग बताते हैं कि इस बार सीधी लड़ाई है। उपर से लोजपा की सेंधमारी। ऐसे में मंत्री जी के लिए चुनाव में जीत का सफर आसान नहीं है।
* दरभंगा जिले की बहादुरपुर विधानसभा सीट से राजद के प्रत्याशी राजकुमार चौधरी।
ये है यहां के प्रमुख मुद्दे
जलजमाव : बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र में बहादुरपुर और हनुमाननगर प्रखंड के सभी पंचायतों ओर गांवों को शाामिल किया गया है। भौतिकवादी व्यवस्था में भी इन क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की कमी है। सबसे बड़ी समस्या जलजमाव की है। जिले के दुसरा दियारा क्षेत्र कहलाने वाले हुनमाननगर प्रखंड इन दिनों बदहाल है। कृषि योग्य भूमि में सालों भर बाढ़ और बारिश का पानी जमा रहता है। निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। बेनीबाद से दरभंगा-समस्तीपुर मुख्यमार्ग के रक्शी पुल से करेह नदी में गुजरने वाली अधवारा समूह की नदी कई भागों में बंट गई है। आजादी के बाद से इस नदी की कभी सफाई नहीं की गई है।
यही कारण है कि बाढ़ के दौरान विभिन्न दिशाओं में नदी की धारा बहने लगती है। जलजमाव की समस्या ने किसानों को तोड़कर रख दिया है। यह इलाका बाढ़ के लिए काफी खास है। नेपाल से आने वाली तमाम पानी यहीं आकर ठहर जाता है। इस इलाके से सटे समस्तीपुर जिले का रिंग बांध है। यही समस्या बहादुरपुर प्रखंड के लोगों के लिए है। विभिन्न इलाकों में पोषक क्षेत्र बंटा है। भू-माफिआयों ने कमला नदी और एकमी नदी को जुड़ने वाली नहर को बेच डाला है। इससे निचले इलाके में जलजमाव की समस्या लोगों को परेशान कर दिया है।