भाकपा माले की राष्ट्रीय नेता मीना तिवारी बोलीं- रोजगार के सवाल पर सरकार विफल, विधानसभा का घेराव करेगा माले
Muzaffarpur News राज्य व केन्द्र सरकार रोजगार के सवाल पर विफल है। इसको लेकर भाकपा माले ने फरवरी व मार्च में वृहद आंदोलन की रणनीति तय की है। इसके तहत अब जिला समाहरणालय से लेकर विधानसभा तक का घेराव किया जाएगा।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। राज्य व केन्द्र सरकार रोजगार के सवाल पर विफल है। इसको लेकर भाकपा माले ने फरवरी व मार्च में वृहद आंदोलन की रणनीति तय की है। इसके तहत अब जिला समाहरणालय से लेकर विधानसभा तक का घेराव किया जाएगा।
आंदोलन की रणनीति पर चर्चा करते हुए भाकपा माले की राष्ट्रीय नेता मीना तिवारी ने कहा कि आगामी 11मार्च को अंग्रेजों के कंपनी राज के खिलाफ किसानों के महान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती को 'किसान दिवस' के रूप में मनाया जायेगा। इस अवसर पर माले और किसान महासभा के द्वारा संयुक्त रूप से किसान सम्मेलन तथा मार्च आयोजित किया जायेगा। इसमें गांव-पंचायतों से सैकड़ों किसान भाग लेंगे। तिवारी ने कहा कि शहीदेआजम भगत सिंह की धरती पंजाब से लेकर स्वामी सहजानंद सरस्वती की सरजमीं बिहार तक किसान आंदोलन का विस्तार हो रहा है।
नई तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ बिहार में भी लगातार आंदोलन जारी है। बिहार में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद तथा सरकारी बाजार समिति व मंडी व्यवस्था फिर से बहाल करने के सवाल पर आंदोलन आगे तेज किया जाएगा। कृषि कानूनों पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि वे तीनों कृषि कानूनों का खुलेआम समर्थन कर किसान आंदोलन के खिलाफ खड़े हो गए हैं। बिहार के किसान नीतीश सरकार से इसका हिसाब लेंगे।
यह बनी रणनीति
रोजगार के सवाल पर 1मार्च को छात्र-नौजवानों के द्वारा विधान सभा का घेराव तथा 3 मार्च को खेत मजदूरों का जगह-जगह प्रदर्शन। 26 फरवरी को अपनी मांगों को लेकर रसोइयों तथा 5 मार्च को ऐपवा के नेतृत्व में स्वयं सहायता समूह व जीविका कर्मियों द्वारा विधान सभा पर प्रदर्शन की तैयारी है। विधान सभा पर हो रहे प्रदर्शन व घेराव में मुजफ्फरपुर से भी सैकड़ों छात्र-नौजवान,महिलाएं और ग्रामीण मजदूर भाग लेंगे। माले जिला सचिव कृष्णमोहन ने कहा मुजफ्फरपुर सहित बिहार में अपराध व भ्रष्टाचार चरम पर है। कोरोना जांच के मामले में हुए घोटाले ने नीतीश सरकार का असली चेहरा सामने आ रहा है।
आरोप लगाय कि इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और भ्रष्ट सरकारी सिस्टम जिम्मेवार है। इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि बड़े अधिकारियों की भूमिका उजागर हो सके। उन्होंने कहा कि बढ़ते अपराध, लूट, हत्या तथा महिलाओं पर जारी हिंसा से शहर से गांव तक भय का माहौल है। सभी सरकारी संस्थाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार से आमलोग परेशान हैं। लेकिन नीतीश सरकार अभी भी सुशासन का ढोल पिट रही है। बढ़ते भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ सड़क से विधान सभा तक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।