CoWIN app: कोविन एप से होगी कोरोना के वैक्सीन की निगरानी, टीकाकरण के लिए एप में होंगे पांच मॉड्यूल
CoWIN app टीकाकरण के लिए मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से दी जायेगी सूचना। इस टीकाकरण अभियान में केविन एप की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। कोविन एप से ही इसके वैक्सीन का प्रबंधन एवं निगरानी भी होंगी। पोर्टल के माध्यम से पंजीकृत लाभार्थी को मिलेगा लाभ।
समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं। इस टीकाकरण अभियान में केविन एप की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। कोविन एप से ही इसके वैक्सीन का प्रबंधन एवं निगरानी भी होंगी। टीकाकरण की निगरानी के लिए कोरोना वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क (कोविन) पोर्टल लांच की गई है।
टीकाकरण के लिए कोविन एप में होंगे पांच मॉड्यूल
एप पर मरीजों का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा। टीका चाहने वाला व्यक्ति इस पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। कोविन एप में पांच मॉड्यूल है। जिनमें प्रशासक मॉड्यूल, पंजीकरण मॉड्यूल, टीकाकरण मॉड्यूल, लाभार्थी सूचना प्राप्ति मॉड्यूल तथा रिपोर्ट मॉड्यूल होंगे। प्रशासक मॉड्यूल प्रशासकों के लिए है, जो टीकाकरण सत्र आयोजित करेंगे। पंजीकरण मॉड्यूल टीकाकरण के इच्छुक लोगों के पंजीकरण के लिए है। टीकाकरण मॉड्यूल में लाभार्थी की जानकारी का सत्यापन किया जाएगा। वहीं, लाभार्थी सूचना प्राप्ति मॉड्यूल में लाभार्थी को टीकाकरण के बाद एसएमएस तथा क्यूआर आधारित प्रमाणपत्र भेजा जाएगा। रिपोर्ट मॉड्यूल में यह रिपोर्ट तैयार की जाएगी कि कितने टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए और उनमें कितने लोगों ने हिस्सा लिया।
पोर्टल के माध्यम से पंजीकृत लाभार्थी को मिलेगा लाभ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि कोविन एप यूएनडीपी के सहयोग से बनाया गया है। जिसे कोविड-19 के टीकाकरण कार्य से जुड़े कार्यों एवं निगरानी के लिए उपयोग किया जाएगा। पोर्टल के माध्यम से पंजीकृत लाभार्थी को लाभ मिलेगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी। इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिग की जाएगी। सत्र स्थल पर बिना मोबाइल फोन पर सूचना, मैसेज के किसी भी व्यक्ति को आने की अनुमति नहीं होगी।
समुदाय के आखिरी व्यक्ति तक टीकाकरण का लाभ देने का लक्ष्य है, जिसका लाभ चरणबद्ध तरीके से दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वैक्सीन कोल्ड चेन प्वाइंट पर वैक्सीन के स्टाक की मात्रा एवं भंडारण फ्रिजरियल टाइम तापमान की ऑनलाइन निगरानी कोविन प्रोग्राम के अंतर्गत मोबाइल एप एवं बेब पोर्टल से की जाएगी। इसके लिए जिले में प्रत्येक कोल्ड चेन पर रखे आईएलआर में टेंपरेचर लागर नाम की एक सेंसर युक्त डिवाइस स्थापित है, जो कोरोना वैक्सीन के प्रबंध पर कार्य करेगा।