मनियारी में पानी में डूबने से कई एकड़ मक्के की फसल बर्बाद, क्षतिपूर्ति की मांग
मनियारी में चक्रवाती यास से जहा जन-जीवन अस्त-व्यस्त हुआ। वहीं कुढ़नी प्रखंड के सोनवरसा में तीन व सिलौत वासुदेव में साढे़ पाच एकड़ लहलहाती मक्के की तैयार फसल पानी में डूबकर से बर्बाद हो गई।
मुजफ्फरपुर। मनियारी में चक्रवाती यास से जहा जन-जीवन अस्त-व्यस्त हुआ। वहीं कुढ़नी प्रखंड के सोनवरसा में तीन व सिलौत वासुदेव में साढे़ पाच एकड़ लहलहाती मक्के की तैयार फसल पानी में डूबकर से बर्बाद हो गई।
सिलौत वासुदेव निवासी किसान विनीत कुमार व सोनवरसा साह निवासी मो.अफरोज ने बताया कि वे पूसा कृषि विश्वविद्यालय से बेहतर प्रभेद मक्के की फसल कर्ज लेकर लगाई थी। सोचा था कि अगले वर्ष लॉकडाउन में हुई क्षति व बेटी की शादी के समय मक्के को बेचकर खर्च करेंगे। कड़ी मेहनत से प्रत्येक पौधों में दो-दो व किसी-किसी में तीन बाली भी आई है। काफी मेहनत व पैसा खर्च कर सात-आठ पटवन कर फसल तैयार की थी। सप्ताहभर बाद बाली को खेत से निकालना था। इसी बीच अचानक आया चक्रवात यास की भेट फसल चढ़ गई। इस स्थिति में पानी से डूबे मक्के के पौधों को पशु चारा में भी उपयोग नहीं किया जा सकता है। कर्ज चुकाने व बेटी की शादी की सपना चकनाचूर हो गया।
इधर सामाजिक कार्यकर्ता सह कुढ़नी भाजपा किसान मोर्चा मनियारी मंडल अध्यक्ष दिलीप कुमार ठाकुर ने सरकार से आपदा प्रबंधन विभाग से किसानों की क्षति का आकलन कराते हुए उचित मुआवजा अविलंब देने की माग की है। वहीं प्रखंड कृषि पदाधिकारी ललन प्रसाद सिंह व कुढ़नी सीओ रंभू ठाकुर ने बताया कि जिला से निर्देश मिलते ही सभी प्रकार की हुई क्षति की आकलन कराते हुए जिला आपद प्रबंधन विभाग को सूची भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि तेज आंधी-पानी से सब्जी, तेलहन व मक्के की फसल और फूस के घरों को काफी नुकसान हुआ है।