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बेतिया मंडल कारा में सजायाफ्ता कैदी की मौत, अनशन पर बैठे बंदी WestChamparan News

दो दिन पहले चप्पल चोरी को लेकर जेल में हुई थी मारपीट। 06 घंटे अनशन पर बैठे रहने के बाद जेल प्रशासन के आश्वसन पर माने कैदी। हत्या के एक मामले में सजा काट रहा था कैदी।

By Murari KumarEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 04:41 PM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 04:41 PM (IST)
बेतिया मंडल कारा में सजायाफ्ता कैदी की मौत, अनशन पर बैठे बंदी WestChamparan News
बेतिया मंडल कारा में सजायाफ्ता कैदी की मौत, अनशन पर बैठे बंदी WestChamparan News

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। हत्या के एक मामले में मंडल कारा में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक वृद्ध कैदी की मौत बुधवार की देर रात में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हो गई। वह पिछले एक सप्ताह बीमार था। जेल के अस्पताल वार्ड में भर्ती था। रात 10:30 बजे कैदी की हालत अचानक बिगड़ने लगी तो उसे पुलिस अभिरक्षा में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मृत कैदी की पहचान शिकारपुर थाना क्षेत्र के रोआरी नुनियाटोला गांव निवासी रघुनाथ राउत (80) के रूप में की गई है।

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 गुरुवार की सुबह में कैदी के मौत की सूचना मिलते ही मंडल कारा के अन्य कैदी उग्र हो गए और जेल प्रशासन के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठ गए। करीब दो दर्जन कैदियों के अनशन का नेतृत्व जेल में बंद योगापट्टी सिसवा बैरागी पंचायत के पूर्व मुखिया जंग बहादूर यादव ने की।

 आरोप लगाया कि दो दिन पूर्व चप्पल चोरी की घटना को लेकर विवाद हुआ था, जिसे शांत कराने के लिए आए जेल के सुरक्षा कर्मियों ने कैदियों पर लाठी बरसाई थी। अनशनकारी कैदियों ने जेल प्रशासन पर बार - बार पिटाई करने एवं प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। हालांकि छह घंटे के मशक्कत के बाद जेल अधीक्षक रामाधार सिंह के समझाने पर कैदियों ने अनशन तोड़ी। दोपहर के बाद सभी कैदी भोजन करने के लिए गए।

एक दिन पूर्व वृद्ध से मिला था उसका पुत्र 

मृतक रघुनाथ राउत के पुत्र रामायण राउत ने बताया कि एक दिन पूर्व वह अपने पिता से मिलने के लिए जेल में आया था। वे गंभीर रूप में बीमार थे। किसी से बातचीत भी नहीं कर रहे थे। जेल प्रशासन की ओर से इलाज कराया जा रहा था। वर्ष 2002 में मारपीट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मामले में करीब सात वर्ष तक जेल में बंद रहने के बाद रघुनाथ राउत जमानत पर रिहा हुआ था। पुन: चार दिसंबर 2019 को न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। उसके बाद से न्यायिक हिरासत में था। 

14 घंटे बाद हुआ पोस्टमार्टम 

मृत सजायाफ्ता कैदी रघुनाथ राउत की मौत गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड रात के 11: 25 बजे हुई। जेल प्रशासन की ओर से कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मृतक के पुत्र ने बताया कि सुबह से ही पोस्टमार्टम की प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दोपहर तीन बजे अस्पताल प्रशासन की ओर से तीन सदस्यीय मेडिकल टीम का गठन किया गया। उसके बाद पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। 

इस बारे में बेतिया जेल अधीक्षक रामाधार सिंह ने कहा कि सजायाफ्ता कैदी रघुनाथ राउत बीमार था। इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। जेल में कुछ कैदी विरोध कर रहे थे, जिन्हें समझा बुझाकर शांत करा दिया गया है। 


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