शहर के कई इलाकों में मीटर रीडिंग नहीं होने से उपभोक्ताओं की बढ़ी परेशानी
समय पर बिलिंग नहीं होने से राजस्व का भी नुकसान। विभागीय गाइड लाइन का कोई मतलब नहीं। 21 दिनों पर रीडिंग नहीं ली जा रही है। रीडिंग नहीं होने के कारण उनके बिल बढ़ रहे हैं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। विद्युत विभाग को गाइड लाइन का कोई मतलब नहीं। स्लो मीटर रीडिंग से लोग परेशान हैं। 21 दिनों पर रीडिंग नहीं ली जा रही है। विभाग को राजस्वी का नुकसान होने के साथ-साथ जनता को भारी परेशानी है। समय से रीडिंग नहीं होने के कारण उनके बिल बढ़ रहे हैं। मिस्कॉट के बेला सहित शहर के कई हिस्सों में अभी तक मीटर रीडिंग नहीं हुई है। बिल अधिक आने से उपभोक्ताओं की चिंता बढ़ गई है। 28 दिन समाप्त होने के बावजूद सभी उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग नहीं हो पाई है। जानकारों के अनुसार जिले में 60 फीसद उपभोक्ताओं की ही मीटर रीडिंग हो पाई है।
विद्युत विभाग का सर्वर भी स्लो होना इसका कारण बताया जा रहा है। यह समस्या हर महीने बन आती है। इस कारण लक्ष्य हासिल करने में जिला काफी पिछड़ रहा है। बिलिंग की रफ्तार धीमी होने से मीटर रीडर भी परेशान हैं। रीडिंग के वक्त ही नेटवर्क चला जाता है। इसके कारण ब्लूटूथ मशीन बंद होने से बिल नहीं निकल पाते। बिल निकलवाने के लिए उपभोक्ताओं को बिजली कार्यालयों का चक्कर काटने पड़ रहे हैं। कई कार्यालयों में पेपर की कमी के कारण बिल नहीं निकल पा रहे।
बढ़ रहा आक्रोश
मीटर रीडिंग नहीं होने से उपभोक्ताओं का आक्रोश बढ़ रहा है। जो कभी भी सामने आ सकता है। समस्या को दूर करने की दिशा में विभागीय स्तर पर कोई कदम नहीं उठाने के कारण आक्रोश ज्यादा बढ़ गया है।
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