Move to Jagran APP

छात्रसंघ व रजिस्ट्रार में टकराव की नौबत, निकाला मशाल जुलूस

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय छात्रसंघ व विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच टकराव की नौबत आ गई है। छात्रसंघ अध्यक्ष बसंत कुमार सिद्धू ने राज्यपाल सह कुलाधिपति को फैक्स भेजकर रजिस्ट्रार की शिकायत की है और उनपर अमर्यादित तरीके से पेश आने का आरोप लगाया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 11:26 AM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 11:26 AM (IST)
छात्रसंघ व रजिस्ट्रार में टकराव की नौबत, निकाला मशाल जुलूस
छात्रसंघ व रजिस्ट्रार में टकराव की नौबत, निकाला मशाल जुलूस

मुजफ्फरपुर । बीआरए बिहार विश्वविद्यालय छात्रसंघ व विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच टकराव की नौबत आ गई है। छात्रसंघ अध्यक्ष बसंत कुमार सिद्धू ने राज्यपाल सह कुलाधिपति को फैक्स भेजकर रजिस्ट्रार की शिकायत की है और उनपर अमर्यादित तरीके से पेश आने का आरोप लगाया है। छात्रसंघ का अनशन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी है। अनशनकारियों की हालत बिगड़ती जा रही, इसपर कोई संज्ञान नहीं ले रहा और उल्टे केस-मुकदमे में फंसाने का संकेत दिया जा रहा। छात्र नेता ठाकुर प्रिंस ने कहा कि इससे नाराज छात्र नेताओं ने मशाल जुलूस निकालकर अपने आक्रोश का इजहार किया। छात्र नेताओं ने कहा कि रजिस्ट्रार फौज की सेवा से आए हैं और उसी तरह यहां भी मिलिट्री शासन चलाना चाहते हैं। अपनी मांगों के प्रति पहले भी विश्वविद्यालय को कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन आज तक न तो किसी पत्र का जवाब आया और ना ही किसी समस्या का समाधान निकला। अनशन की सूचना जिला प्रशासन को भी दी गई है। मगर किसी ने खोज-खबर नहीं ली। विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार व शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार के लिए छात्रसंघ अध्यक्ष के नेतृत्व में दो अन्य छात्रनेता अनशन पर हैं। समर्थन में तमाम छात्रसंघ खड़ा है। कई कॉलेजों में छात्रों ने पढ़ाई ठप करा दी है। राज्यपाल से संज्ञान लेने की गुहार

loksabha election banner

छात्रसंघ अध्यक्ष बसंत कुमार सिद्धू ने राज्यपाल सह कुलाधिपति को फैक्स भेजकर विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार व शैक्षणिक व्यवस्था से अवगत कराया है। अपने पत्र में कुलसचिव के बारे में कहा है कि वे जब भी वार्ता करते, उनके शब्द अपमानजनक व अमर्यादित होते हैं। इसपर कड़ा एतराज जताते हुए राज्यपाल से इसपर संज्ञान लेने की गुहार लगाई है। यह भी कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन व कुलसचिव द्वारा यह भी संकेत मिल रहा है कि हमारा अनशन समाप्त नहीं हुआ तो हम सबको मुकदमा में फंसाने व अन्य प्रकार से नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा सकती है। 13 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंपा गया है। अनशनकारियों की तबीयत बिगड़ती जा रही। छात्रसंघ के पास कोई ग्राउंड नहीं

रजिस्ट्रार ने छात्रसंघ के आरोपों को मनगढ़ंत करार दिया है। बोले, उनका यह मानना है तो हम इसमें क्या कह सकते हैं, उन्हें जो कहना है कहने दीजिए। अनशन तुड़वाने के लिए केस-मुकदमा में फंसाने की अफवाह मनगढ़ंत है। दरअसल, उनके पास कोई ग्राउंड है नहीं यह बात सबको पता है। यूनिवर्सिटी के एक सेवानिवृत्त कर्मचारी मुंशी राम का देहांत हो गया है और उसको लेकर गुरुवार को शोकसभा चल रही थी। इस दौरान सभी कर्मचारी-अधिकारी मौन धारण किए हुए थे और वे लोग आपस में बातचीत कर रहे थे। इनको चुप रहने को कहा गया। इसके बाद चुप तो हो गए, मगर कोई खड़ा होने की जहमत नहीं उठाया और दरी-जाजिम पर लेटे रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.