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मुजफ्फरपुर जंक्शन पर आरआरआई काम पूरा होने से परिचालन में आएगा बदलाव, कंप्यूटर से होगा काम

Muzaffarpur Railway News जंक्शन पर आरआरआई काम पूरा होने से परिचालन में बदलाव आएगा। पैनल केबिन व अन्य कार्यालय आधुनिक उपकरणों से लैस होगा। जंक्शन पर सभी काम कंप्यूटर से किया जाएगा। लाइन बनाने से लेकर सिग्नल और अन्य काम मिनटों में होगी। ट्रेनों की गति बढ़ेगी

By Murari KumarEdited By: Published: Fri, 25 Dec 2020 09:32 AM (IST)Updated: Fri, 25 Dec 2020 09:32 AM (IST)
मुजफ्फरपुर जंक्शन पर आरआरआई काम पूरा होने से परिचालन में आएगा बदलाव, कंप्यूटर से होगा काम
मुजफ्फरपुर जंक्शन कि फाइल फोटो (जागरण आर्काइव)

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। जंक्शन पर आरआरआई काम पूरा होने से परिचालन में बदलाव आएगा। पैनल केबिन व अन्य कार्यालय आधुनिक उपकरणों से लैस होगा। जंक्शन पर सभी काम कंप्यूटर से किया जाएगा। लाइन बनाने से लेकर सिग्नल और अन्य काम मिनटों में होगी। ट्रेनों की गति बढ़ेगी। गति बढ़ने से नियमित समय से चलेगी। परिचालन में ब्रेक नहीं लगेगा। नियमित समय से  ट्रेन चलने से यात्रियों को समय की बचत होगी। परिचालन में लुकआउट बदल जाएगा। जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर जंक्शन आरआरआई कार्य प्रस्तावित है। इस कार्य के लिए नक्शा भी तैयार किया। इसे मंजूरी देने के लिए डीआरएम व अधिकारियों ने कई बार मंथन की। इसके बाद लागू करने का आदेश दिया।

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 इसी बीच सिग्नल विभाग ने विभिन्न प्लेटफार्म पर सिग्नल  पोल लगाने के लिए ठेकेदारों को काम सौंपा। इसके माध्यम से अंडर ग्राउंड केबल लगाने का काम शुरू किया गया। सभी तरफ लगाने का काम जोर-शोर से चल रहा है। वहीं बिजली बिभाग ने जंक्शन पर तारों को एक दूसरे जगह पर शिफ्ट करने का शुरू कर दिया है। इन सभी कार्य पूरा होने के बाद आरआरआई कार्य के लिए ब्लॉक लिया जाएगा। इसके बाद सिग्नल के सभी पोल से पैनल केबिन का कनेक्शन किया जाएगा। इसके साथ ही अन्य कार्यालय को भी आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा। अधिकारियों का दावा है कि अगले साल मार्च तक आरआरआई कार्य पूरा हो जाएगा।

 नई व्यवस्था चालू होने से स्टेशन मास्टर को पुराने तरीका से काम करने का झंझट खत्म हो जाएगा। कंप्यूटर पर माउस को दबाते ही लाइन, सिग्नल  ऑटोमेटिक काम करने लगेगा। इससे सिग्नल फेल होने की झंझट से मुक्ति मिलेगी। प्लेटफार्म पर निर्धारित ठहराव के बाद ट्रेन रवाना होगी। नई व्यवस्था चालू होने से आउटर पर ट्रेन रुकने की समस्या नहीं होगी।

एक साथ कई ट्रेनों का परिचालन होगा। लोको पायलट व गार्ड का समय की बर्बादी नहीं होगी। इसके साथ याड का रिमॉडलिंग भी किया जाएगा। मंडल के डीआरएम ने कहा कि सिग्नल व   इंजीनियरिंग ने काम चालू कर दिया है। मार्च तक  कार्य को पूरा करने का लक्ष्य है।


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