Coronavirus: एसकेएमसीएच में संक्रमित मरीजों के इलाज की निगरानी को बनी कमेटी, की गई है इस तरह की व्यवस्था
Coronavirus एसकेएमसीएच में मरीजों की जांच में परेशानी पर प्राचार्य सख्त खुला कंट्रोल रूम। बिना नमूना जांच के लोगों को वापस करने पर अब होगी कार्रवाई ।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Coronavirus:एसकेएमसीएच में संक्रमित सांस के मरीज के इलाज में लापरवाही पर प्राचार्य गंभीर हुए। जांच व इलाज की व्यवस्था की निगरानी के लिए तीन सदस्यी वरीय चिकित्सकों की कमेटी गठित की। इसमें डॉ.बिनोद कुमार, डॉ.दीपक कुमार और डॉ.मनोज कुमार शामिल हैं। इसके साथ ही संदिग्ध मरीजों की शिकायत सुनने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। मालूम हो कि दैनिक जागरण ने 17 जुलाई 2020 के अंक में पेज नंबर तीन पर नहीं मिले चिकित्सक खुद लगाई ऑक्सीजन शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। प्राचार्य डॉ.विकास कुमार ने बताया कि खबर पढऩे के बाद संज्ञान लिया और कमेटी गठित की है।
जांच के लिए सबके नमूने लिए जा रहे
उन्होंने कहा कि अस्पताल में कोरोना वायरस की जांच के लिए सबके नमूने लिए जा रहे हैं। ये व्यवस्था किसी खास वर्ग या समाज के लिए नहीं है। वहां तैनात कर्मियों को हिदायत देते हुए कहा कि यहां से शिकायत मिल रही है कि मरीज को बिना जांच लौटाया जा रहा है। इस पर सख्ती होगी। अभी कोरोना से जंग में चिकित्सक व पारा मेडिकल स्टाफ की भूमिका महत्वपूर्ण है। पीडि़त मानवता की सेवा ही चिकित्सकों का धर्म है। वे अपनी सुरक्षा के साथ मरीज की जांच करें यह व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस मरीज के इलाज में परेशानी हुई उसकी जांच होगी। कोरोना वार्ड खुल गया तो वहां बेहतर इलाज हो, ताकि यहां से मरीज क्योर होकर जाएं तो देश में एसकेएमसीएच अस्पताल की गरिमा बढ़े।
व्यवस्था में ये किए गए बदलाव
- कोरोना मरीजों की जांच व इलाज में आने वाली परेशानी के लिए कंट्रोल रूम खुला।
- यहां आने वाले संक्रमित मरीज के इलाज पर तीन सदस्यी टीम नजर रखकर हर सहयोग करेगी।
- संक्रमित मरीज की सेवा में लापरवाही या उसे अस्पताल से बाहर का रास्ता दिखाने वाले की पहचान होने पर सरकार तक शिकायत जाएगी। साथ ही कार्रवाई होगी।