मुजफ्फरपुर के जाम नालों की सफाई जी ई बायोकल्चर से, जानिए इस नई तकनीक के बारे में
निगम अधिकारियों की मौजूदगी में मुंबई की एजेंसी ने कटही पुल रेलवे कल्वर्ट में जी ई बायोकल्चर डालकर वर्षों से जमे सिल्ट को तोडऩे का ट्रायल किया। निगम अधिकारी का मानना है कि दो-तीन दिनों में इस ट्रायल का नतीजा सामने आएगा।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। प्रयोग सफल रहा था आने वाले समय में नगर निगम के सभी बंद नालों एवं कलर्वट की सफाई ई बायोकल्चर से होगा । मुंबई की गीतांजलि इनवायोटेक एजेंसी ने शहर के जाम नाला को इस विधि से साफ करने का दावा किया है । शहर में जलजमाव की सबसे बड़ी समस्या रेलवे कल्वर्ट जाम रहने से बनी हुई है । शुक्रवार को निगम अधिकारियों की मौजूदगी में मुंबई की एजेंसी ने कटही पुल रेलवे कल्वर्ट में जी ई बायोकल्चर डालकर वर्षों से जमे सिल्ट को तोडऩे का ट्रायल किया ।
एजेंसी की एमडी डॉ रागनी जैन ने शुक्रवार को निगम टीम के साथ शहर के साथकल्वर्ट का भी जायजा लिया । ट्रायल के तौर पर नाला में जी ई बायोकल्चर डाला । जिसके कुछ समय बाद अंदर से जमा सिल्ट टूटने का सिलसिला शुरू हुआ । डॉक्टर जैन ने दावा किया कि देश के दर्जनों शहर में कचरा निष्पादन का तरीका सफल रहा है। निगम टीम की मौजूदगी में अलग-अलग बोरा में बालू रखकर उसमें जी ई बायोकल्चर केमिकल डाला । मिट्टी के घड़े में कंकड़ पत्थर के साथ भी यही केमिकल डालकर जगह-जगह नाला के बीच में रखा गया। कुछ समय बाद ही पानी से बुलबुला निकलना शुरू हुआ । सिल्ट टूटने लगा । मौके पर मौजूद निगम अधिकारी का मानना है कि दो-तीन दिनों में इस ट्रायल का नतीजा सामने आएगा । मौके पर सिटी मैनेजर ओम प्रकाश,बहलखाना प्रभारी रामलाल शर्मा, सफाई कोऑर्डिनेटर कौशल किशोर मौजूद थे ।
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