विद्यालयों में कक्षा एक से पांच तक की पढाई शुरू, कोरोना गाइडलाइन का पालन
West Champaran सरकारी के साथ निजी विद्यालयों में पहले दिन उत्साहित दिखे बच्चे कोरोना गाइडलाइन का पालन भी किया गया। बच्चों को मास्क में आने की हिदायत दी गई थी। जबकि स्कूल प्रबंधन के तरफ से पहले ही सैनिटाइजेशन का कार्य करा लिया गया था।
पश्चिम चंपाण, जासं । सोमवार से सरकारी निर्देश पर नगर व प्रखंड के सभी सरकारी व निजी विद्यालयों में कक्षा एक से पांच तक की पढ़ाई आरंभ कर दी गई। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन भी किया गया। बच्चों को मास्क में आने की हिदायत दी गई थी। जबकि स्कूल प्रबंधन के तरफ से पहले हीं सैनिटाइजेशन का कार्य करा लिया गया था। विद्यालय में पानी पीने से लेकर पढ़ाई करने तक के लिए अलग तरह की व्यवस्था की गई थी। सभी ब'चों की थर्मल स्क्रीङ्क्षनग कराई गई। साथ हीं सैनिटाइजर भी मुहैया कराया गया। वर्ग में ब'चों के बीच शारीरिक दूरी बनी रहे। इसकी व्यवस्था भी विद्यालय प्रबंधन के तरफ से की गई थी। इधर करीब एक साल से बंद विद्यालय खुलने के बाद ब'चों में भी काफी उत्साह दिखाई दिया। नगर के पुरानी बाजार स्थित फ्रेंडस एकेडमी स्कूल के उप प्राचार्य पुलकित झुनझुनवाला व नगर के बिलासपुर रोड स्थित सौहार्द इंटरनेशन स्कूल के संचालक समीर राय ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन के बीच विद्यालय का संचालन शुरू कर दिया गया है।
मास्क लगाकर विद्यालय पहुंचे नौनिहाल, प्राथमिक विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू
चौतरवा । कोरोना काल के एक लंबे अंतराल के बाद वर्ग एक से पांच तक के बच्चों को एक मार्च से विद्यालय जाने की अनुमति मिली थी। प्रथम दिन सोमवार को विद्यालयों में मात्र 10 से 12 फीसदी ही बच्चे उपस्थित हो सके। उत्क्रमित मध्य विद्यालय चौतरवा के प्रधानाध्यापक ललन प्रसाद ने बताया कि वर्ग एक से पांच तक कुल बच्चों की संख्या 385 है। जिनमें प्रथम दिन मात्र 25 बच्चे ही विद्यालय आये। बच्चों में कुछ मास्क लगाकर आये थे। परंतु जिसके पास मास्क नहीं था,उसे मास्क दिया गया। उन्होंने बताया कि इसके पूर्व शिक्षा विभाग के निर्देश के आलोक में विद्यालय परिसर की पूर्ण सफाई कराने के बाद सेनिटाइज किया गया है। वर्ग में बच्चों को विभागीय निर्देश के आलोक में दूर-दूर पर बैठाया गया। पहले दिन बच्चों को साफ सफाई के बारे में बताया गया। कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई शून्य पर थी। अब उन्हें पुन: शिक्षा की पटरी पर लाया जाएगा। अभिभावकों को सूचित किया गया था कि अपने बच्चों को साफ सुथरा कपड़े में ही भेजें। कोरोना काल अभी समाप्त नहीं हुआ है। वहीं मध्य विद्यालय पतिलार, सीतापार, मझौवा, सिसवा वसंतपुर, इंगलिशिया, परसौनी समेत अन्य विद्यालयों में भी प्रथम दिन बच्चों की संख्या अनुमान से काफी कम देखी गई। अभिभावकों ने बताया कि कोरोना के भय अभी भी गांवों में है। इसलिए प्रथम दिन बच्चे बहुत कम संख्या में विद्यालय जाते देखे गए।