पूर्वी चंपारण के जुआफर में दो गुटों के बीच झड़प, तीन लोग गंभीर रूप से घायल
घायलों में एक की हालत नाजुक पानी गिराने से मना करने के कारण हुई घटना। घायल धर्मेंद्र कुमार की हालत काफी नाजुक बताई जा रही है। उसे सिर में गंभीर चोटें आई हैं। वह शनिवार की सुबह तक पूरी तरह बेहोश था।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। जिले के छौड़ादानों थाना क्षेत्र अंतर्गत जुआफर गांव में शुक्रवार की रात सड़क पर पानी गिराने को लेकर जमकर रड, लाठी व फरसा चले। इस झड़प में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को मोतिहारी सदर अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया गया है। घायलों में जुआफर गांव के धर्मेंद्र कुमार, सत्येंद्र कुमार व सुदामा प्रसाद शामिल हैं।
बताया जाता है कि घर का पानी सड़क पर गिराए जाने का विरोध करने पर यह घटना घटी। घायल धर्मेंद्र कुमार की हालत काफी नाजुक बताई जा रही है। उसे सिर में गंभीर चोटें आई हैं। वह शनिवार की सुबह तक पूरी तरह बेहोश था। उसके सिर पर फरसा व लोहे के रड से मारा गया है। घायलों के परिजनों ने इस सिलसिले में नगर थाना पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया है। घायलों के परिजनों ने पुलिस को बताया कि सड़क पर घर का पानी का विरोध करने पर रामबाबू प्रसाद, सूरज कुमार, सुमन कुमार, रवि कुमार, राजन कुमार, रोशन कुमार, चंदा देवी आदि ने लाठी-डंडा, लोहे का रड व फरसा उनलोगों पर जानलेवा हमला कर दिया। किसी प्रकार घायलों की जान बचाकर अस्पताल ले आए। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस। आरोपियों की धरपकड़ के लिए। छापेमारी शुरू कर दी है। इस तरह की घटना को लोग बदली सामाजिक व्यवस्था से भी जोड़कर देखने लगे हैं। इन छोटी छोटी बातों को एक तो सामाजिक तौर पर सुलझा लिया जाना चाहिए था। यह हित आपास में टकरा रहे हैं तो इसको लेकर त्याग की भावना का परिचयन दिया जाना चाहिए। जिस तरह से इतनी छोटी सी बात को लेकर लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए उससे समाज की सोच का भी पता चलता है। इस दिशा में अब सजग होकर काम करने की जरूरत है। ये ऐसे सामाजिक मूल्य हैं जो हमारे पास थे लेकिन हमने इसे खो दिया।