पूर्वी चंपारण में आशा के परिजन व पीएचसी प्रभारी भिड़े, जानिए पूरा मामला... East Champaran News
रक्सौल के आदापुर की घटना। मानदेय की शिकायत लेेकर पहुंचे आशा व परिजन प्रभारी ने कहा अपशब्द। आशा कार्यकर्ताओं ने फैसिलेटेटर व एक स्वास्थ्यकर्मी पर लगाया है रुपया मांगने का आरोप।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। रक्सौल के आदापुर में फैसिलेटर द्वारा आशा कार्यकर्ताओं से रिश्र्वत मांगने मामले की जांच को लेकर अधिकारी पहुंचने वाले थे। इसको लेकर पीएचसी परिसर में आशा कार्यकर्ता और उनके परिजन भी पहुंचे थे। जिन्हें प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नागेंद्र प्रसाद ने ना केवल अपशब्द ही कहा बल्कि मारने के लिए डंडा भी निकाल लिया। इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें आशा व उसके परिजन तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रसाद के बीच आक्रोश के साथ बातचीत हो रही है। इसको लेकर पीएचसी पहुंचे परिजनों व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के बीच तू-तू मैं-मैं भी हो रही है। जिसे स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा बीच-बचाव कर मामला को शांत कराया जा रहा है।
भुगतान के लिए पैसे मांगने का आरोप
इसको लेकर यह घटना प्रखंड क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि आशा कार्यकर्ता कोरोना वैश्विक महामारी के बीच अपना कार्य कर रही है। लेकिन उनका मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। वहीं भुगतान कराने के लिए आशा फैसिलेटेटर सुनिता जायसवाल और रवि कुमार पर पैसा मांगने का आरोप लगाया जा रहा है। इस संबंध में पूछे जाने पर दोनों ने बताया हमारे ऊपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है। हालांकि, कुछ आशा कार्यकर्ताओं से पैसा ले भी चुके है। इसकी शिकायत पर वरीय पदाधिकारी जांच करने पहुंचने वाले थे। जिसकी सूचना पर आशा व उसके परिजन पहुंचे थे।
आशा कार्यकर्त्ता कान्ति देवी, अनिता श्रीवास्तव, अनिता कुमारी, निभा देवी , सीतापति देवी व बिन्दू देवी आदि ने बताया कि 12 सर्वे की 12 हजार रुपये आता है। जिसके भुगतान के लिए फैसिलेटर सुनिता जायसवाल व रवि कुमार अवैध पैसे की मांग कर रहे है। जिसकी शिकायत करने प्रभारी के पास पहुंची तब वे भड़क उठे और अपशब्द कहते हुए गाली गलौज की। बल्कि मारने के लिए डंडा तक निकाल लिया। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रसाद ने कहा कि पैसा हमसे पूछ कर दिए है कि हम पंचायती करेंगे। हमारे पास हंगामा क्यों किया। हम शांति चाहते हैं।