Bihar Eelection 2020: पूर्वी चंपारण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोले- मौका मिला तो युवक-युवतियों को नहीं जाना पड़ेगा बाहर
Bihar Eelection 2020 पूर्वी चंपारण में बोले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार- इंटर पास करने पर 25 व बीए पास करने पर लड़कियों को मिलेंगे 50 हजार। महिला व पुरुष मिलकर करेंगे काम तो होगा बेहतर विकास। मौका मिला तो हर गली में लगेगा स्ट्रीट लाइट शहरों में बनेगा बाइपास व फ्लाईओवर।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने हर क्षेत्र में विकास कार्य किया है। युवक-युवतियों की शिक्षा के लिए कई प्रयास किए गए। मौका मिला तो युवक -युवती को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। नई टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण मिलेगा। छात्राओं को इंटर पास करने पर 25 हजार और बीए पास करने पर 50 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में देंगे। जिनका काम लोगों को दिग्भ्रमित करने का है, वे करें। उन्हें जब मौका मिला तो वे दूसरों को अवसर देने की जगह पत्नी को गद्दी पर बैठाकर जेल चले गए। हमें मौका दिया तो केंद्र के साथ मिलकर काम करेंगे। सीएम बुधवार को केसरिया हाईस्कूल खेल परिसर में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
महिलाओं को सशक्त बनाया
महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में कई कार्य हुए। निकाय और पंचायत चुनाव में पचास फीसद आरक्षण दिया। जीविका से सशक्त किया गया। लड़कियां गरीबी के कारण कम पढ़ती थींं। हमारी सरकार ने साइकिल और पोशाक योजना से लाभ दिया। आज लड़कियों की संख्या स्कूल में कितनी हैं, ये सब देख रहे।
विकास दर बढ़ी
राज्य में विकास दर प्रतिवर्ष 12.8 फीसद व प्रति व्यक्ति आय हर वर्ष 10.5 फीसद हो गई है। बच्चे पढऩे बाहर नहीं जाएं, इसके लिए हर जिले में इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान, पॉलीटेक्निक संस्थान, महिला आइटीआइ खोले गए। राज्य में तीन मेडिकल कॉलेज चालू हुए। आठ मेडिकल कॉलेज और बनाने का कार्य शुरू हो रहा है। स्टूडेंट कार्ड योजना चलाई। रोजगार की तलाश कर रहे युवकों को आर्थिक सहायता देने की व्यवस्था की। कौशल विकास योजना से 10 लाख से अधिक को प्रशिक्षण देकर काम मिला।
बिजली की खपत बढ़ी
सूबे में 15 वर्ष पूर्व 7 सौ मेगावाट बिजली की खपत थी। आज 6 हजार मेगावाट से ज्यादा की खपत हो रही है। निर्धारित लक्ष्य की तिथि के पूर्व ही केंद्र के सहयोग से हर घर बिजली पहुंचाई। हर घर शौचालय, नल का जल कार्य को भी लगभग पूरा करा लिया गया है। फिर मौका मिला तो सड़क बनेगी ही, इसके लिए रक्षण पर ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए लोक शिकायत कानून का अंग बना दिया गया है। आपदा पीडि़तों परिवारों को 6 हजार खाते में भेज दिया। फसल क्षति का आकलन कर 970 करोड़ की व्यवस्था की।
आगे मौका मिला तो हर सड़क और गली-मोहल्ले में सोलर स्ट्रीट लाइट लगेगी। हर गांव से महत्वपूर्ण जगह जाने के लिए सड़क बनेगी। शहरों में बाइपास की व्यवस्था होगी। जहां जगह नहीं होगी वहां फ्लाईओवर बनेंगे। 8 से 10 पंचायतों पर पशु अस्पताल बनेंगे और दवा मुफ्त दी जाएगी। टोला सेवक, तालिमी मरकज के माध्यम से प्राथमिक विद्यालय नहीं जा पाने वाले बच्चों को विद्यालय पहुंचाया जाएगा।